केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को जोर देकर कहा कि केंद्र का मकसद सिर्फ असम से ही नहीं बल्कि पूरे देश से अवैध प्रवासियों को बाहर करने का है।
पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन की चौथी बैठक को संबोधित करते हुए बीजेपी अध्यक्ष ने इस इलाके में लगातार हो रही कांग्रेस सरकारों पर इस इलाके को बाकी देश से काटकर रखने का आरोप भी लगाया।
पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (NEDA), बाकी देश के राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन यानि एनडीए (NDA) का ही पूर्वोत्तर में काम करने वाला रूप है।
NEDA की चौथी बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री ने लंबे वक्त से इलाके में जारी उग्रवाद को भी कांग्रेस के शासन का नतीजा बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने शायद ही कभी इस इलाके पर ध्यान दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री ने आरोप लगाया, ‘कांग्रेस सरकार ने पूर्वोत्तर (North-East) में कलह के बीज बोए हैं। इस पार्टी ने उत्तरपूर्व की कोई कद्र नहीं की और इसी के चलते इस इलाके में उग्रवाद पनपा। इसने (कांग्रेस ने) हमेशा ‘बांटो और राज करो’ की नीति पर विश्वास किया है।
रविवार को, हाल ही में प्रकाशित NRC का हवाला देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘इसे बिल्कुल समय के अंदर पूरा किया गया।’
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री के अलावा केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह भी मौजूद थे।
बता दें कि कुल 3,30,27,661 लोगों ने NRC में शामिल किए जाने के लिए आवेदन किया था। जिनमें से 3,11,21,004 लोगों को अंतिम ड्राफ्ट में जगह मिल गई है। और 19,06,657 लोग इसके अंतिम ड्राफ्ट से बाहर रह गए हैं। इस अंतिम सूची को 31 अगस्त को जारी किया गया था।