अलवर : जिले में पुलिस की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। एक तरफ अपराधी पुलिस से बेखौफ हो रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ पब्लिक भी अब पुलिस पर हाथ आजमाने से नहीं चूक रही है।
ऐसा ही एक वाकया हुआ है अलवर जिले के मुंडावर थाना इलाके में, जहां पुलिस मॉब लिचिंग की शिकार हो गई। भीड़ ने दो पुलिसकर्मियों की जमकर धुनाई कर डाली।
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिसकर्मी शराब के नशे में पारिवारिक विवाद का निपटारा करने आए थे। दोनों घायल पुलिसकर्मियों का अलवर के अस्पताल में इलाज चल रहा है।
मामला मुंडावर के जागीवाड़ा गांव से जुड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार रात में सर्किल गश्त के दौरान भिवाडी पुलिस कंट्रोल रूम से सूचना मिली थी कि जागीवाड़ा गांव में दो महिलाओं को ससुराल में बंधक बनाकर मारपीट की जा रही है।
इस सूचना पर उप निरीक्षक रामस्वरूप और कांस्टेबल शिवरतन समेत 3-4 पुलिसकर्मी गांव में गए। इसी दौरान महिलाओ के पीहर पक्ष के लोग भी वहां पहुंच गए।
ग्रामीणों का आरोप है पुलिसकर्मी शराब के नशे में थे और जबरन महिलाओ को ले जाने लगे थे। ग्रामीणों ने कहा कि महिला पुलिसकर्मी के बिना वे महिलाओं को नहीं भेजेंगे। लेकिन पुलिसकर्मियों ने उनकी बात नहीं सुनी।
ग्रामीणों के अनुसार एक पुलिसकर्मी के मुंह से शराब की बदबू आने पर लोगों ने उसको पकड़ लिया। उसको बचाने के चक्कर में उप निरीक्षक रामस्वरूप और कांस्टेबल शिवरतन की भीड़ ने जमकर पिटाई कर दी।
फिलहाल दोनों का अलवर के अस्पताल में इलाज चल रहा है। घायल पुलिसकर्मियों का कहना कि ग्रामीणों ने उन्हें पीहर पक्ष के साथ आने और जबरन दबाव बनाकर महिलाओं को ले जाने की बात समझकर पिटाई कर दी।
बाद में जैसे-तैसे करके पुलिसकर्मियों को भीड़ से छुड़वाया गया और उन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। वहां दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद अलवर रेफर कर दिया गया।