महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम को आए आठ दिन बीत चुके हैं लेकिन अब भी यहां नई सरकार को लेकर सस्पेंस बरकरार है। शिवसेना मुख्यमंत्री पद की मांग पर अड़ी है और लगातार बीजेपी को पुराने वादों की याद दिला रही है।
शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा। उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा कि बीजेपी को कोई ‘अल्टीमेटम’ नहीं देंगे, वे बड़े लोग हैं।
संजय राउत ने बीजेपी पर इशारों-इशारों में निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ”साहिब…मत पालिए, अहंकार को इतना। वक़्त के सागर में कई, सिकन्दर डूब गए..!” उन्होंने कहा कि सरकार गठन को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच कोई बातचीत नहीं हो रही।
संजय राउत ने कल ही विपक्ष के नेता एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी। उन्होंने इस मुलाकात को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शरद पवार का मार्गदर्शन लेते है मैं भी उनसे मिलने गया।
संजय रावत ने कहा, ”होटल ब्लू सी में जो बात हुई उसपर शिवसेना कायम है। अगर उद्धव ठाकरे कह रहे कि मुख्यमंत्री शिवसेना का होगा तो शिव सेना का ही होगा। अगर हम चाहें तो दो तिहाई बहुमत से सरकार बना सकते है।”
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने 24 अक्टूबर को चुनाव नतीजे के दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से लोकसभा चुनाव से पहले बैठक हुई थी और इस दौरान अमित शाह ने 50-50 फॉर्मूले की बात कही थी। 50-50 फॉर्मूले का मतलब है कि ढाई साल बीजेपी का और ढाई साल शिवसेना का मुख्यमंत्री होगा। वहीं बीजेपी इससे इनकार कर रही है।
शिवसेना के तीखे तेवरों के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को कहा था कि महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व में ही सरकार बनेगी और मैं पांच साल मुख्यमंत्री रहूंगा।
बता दें कि इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 17 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा है। इसी मौके को देखते हुए शिवसेना ने मुख्यमंत्री पद की मांग उठा दी है।
बीजेपी विधानसभा की कुल 288 सीटों में से 105 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं।
राज्य में सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत 145 है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं।