नई दिल्ली: महाराष्ट्र में सियासी दंगल जारी है और इस बीच मोदी कैबिनेट में भारी उद्योग मंत्री अरविंद सांवत ने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी उद्धव ठाकरे की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रही है। एनडीए से शिवसेना के औपचारिक तौर पर बाहर होने के सवाल पर उन्होंने सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा, लेकिन यही बोले कि मेरे इस्तीफे से समझ जाएं। इस बीच मुंबई के बांद्रा में एक पांच सितारा होटल में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार की 45 मिनट की मुलाकात खत्म हो गई है। आज शाम तक सरकार गठन पर ऐलान का अनुमान लगाया जा रहा है।
केंद्र में शिवसेना के कोटे से मंत्री सावंत दक्षिणी मुंबई से सांसद हैं। एनडीए से नाता तोड़ने के सवाल पर उन्होंने सीधे कोई जवाब नहीं दिया और कहा, ‘समझने वाली बात है। मेरे इस्तीफे से आप जमझ जाएं। मैं यहां अपनी पार्टी के प्रतिनिधि के तौर पर आया हूं।’ उन्होंने बीजेपी पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा, ‘बीजेपी अध्यक्ष और उद्धव ठाकरे जी के बीच कैबिनेट में 50-50 शेयर और मुख्यमंत्री पद का समझौता हुआ था। बीजेपी ने सीएम पद का वादा किया था और अब अपने वादे से मुकर रही है। ऐसी परिस्थिति में नैतिक तौर पर मेरे लिए पद पर बने रहना ठीक फैसला नहीं होगा।’
Shiv Sena MP Arvind Sawant: BJP went back from their pre election promises. It would not have been morally right for me to continue in the Centre, so I have resigned as Union Minister. pic.twitter.com/qZLt46dFFC
— ANI (@ANI) November 11, 2019
इस्तीफे के बाद मीडिया से मुखातिब हुए शिवसेना सांसद ने बीजेपी पर जमकर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी जनता के बीच हमारी पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे की छवि खराब करने की कोशिश कर रही है। बीजेपी उद्धव ठाकरे के ऊपर झूठ बोलने का आरोप लगा रही है। ऐसे विषम हालात में दिल्ली में मेरे मंत्री बने रहने का कोई अर्थ नहीं है। मैंने अपना इस्तीफा दे दिया है।’ प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद उन्होंने अपने इस्तीफे की कॉपी भी मीडिया के सामने दिखाई और कहा कि फिलहाल प्रधानमंत्री से मिलने का वक्त नहीं दिया है। मैंने अपना इस्तीफा भेज दिया है।
इस बीच ऐसी खबर भी आर रही है है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार और शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे की मुलाकात 45 मिनट तक चली। इस मीटिंग के बाद दोनों ही नेताओं ने मीडिया से कोई बात नहीं की और निकल गए। ठाकरे और पवार की मुलाकात के बाद आज शाम तक कोई बड़ा ऐलान हो सकता है, इसका अनुमान लगाया जा रहा है। कांग्रेस ने भी महाराष्ट्र में अपने बड़े नेताओं सुशील कुमार शिंदे, पृथ्वीराज चव्हाण समेत कांग्रेस यूनिट को सक्रिय कर दिया है। आज शाम तक कांग्रेस की ओर से भी शिवसेना को समर्थन देने पर फैसला हो सकता है।
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर अब सारी नजरें कांग्रेस की तरफ मुड़ गई हैं। राज्य में सरकार के गठन में हिस्सा बनने या नहीं बनने को लेकर कांग्रेस में महामंथन का दौर चल रहा है। शाम 4 बजे कांग्रेस एकबार फिर बैठक करेगी। इस बीच, एनसीपी ने साफ किया है कि वह कांग्रेस की बैठक के बाद ही कोई अंतिम फैसला लेगी। एनसीपी ने साथ ही साफ किया कि वह शिवसेना के साथ सरकार बनाने को लेकर तैयार है।