झारखंड में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यकों का शोषण हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी झारखंड विधानसभा चुनाव के चौथे चरण से पूर्व चुनावी सभा के लिए धनबाद के वरवड्डा पहुंचे थे।
प्रधानमंत्री मोदी नागरिकता संशोधन विधेयक का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान में दलितों पर अत्याचार हुआ। मंदिर, चर्च आदि पूजाघर तोड़े गए यहां तक की घर झोपड़ी तक छीन लिए गए।
पीएम ने कहा कि मैं पूर्वी भारत के हर राज्य, हर जनजातीय समाज को आश्वस्त करना चाहता हूं कि असम सहित नॉर्थ ईस्ट के अलग-अलग क्षेत्रों की परंपराओं, वहां की संस्कृति, उन्हें संरक्षण देना और समृद्ध करना भाजपा की प्राथमिकता है।
प्रधानमंत्री मोदी असम के लोगों से अपील करते हुए कहा कि मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि कोई भी उनके अधिकार को नहीं छीन सकता है। कांग्रेस और उसके साथी पूर्वोत्तर में भी आग लगाने की कोशिश कर रहे हैं। वहां भ्रम फैलाया जा रहा है कि बांग्लादेश से बड़ी संख्या में लोग आ जाएंगे। जबकि ये कानून पहले से ही भारत आ चुके शरणार्थियों की नागरिकता के लिए है।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस की यही राजनीति है जिसके कारण सात दशक बाद भी भारत के समाज में अनेक नई मुश्किलें आती हैं दरारे पड़ जाती हैं, दरारें दिखने लगती हैं। कांग्रेस की हमेशा से ये रणनीति रही है कि मुश्किल फैसलों को टालते रहो, उस पर राजनीति करते रहो। कांग्रेस के इरादे और कारनामे इसी के साथ ये स्थिति पैदा हुई है। कांग्रेस के साथ जेएमएम और राजद और बचे-खुचे वामपंथी जैसे इनके सहयोगी हमेशा यही करते रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा अपनी राजनीति के बारे में सोचा है। राष्ट्रहित और राष्ट्रनीति के बारे में सोचने में उनको बड़ी देर लग जाती है। कांग्रेस ने देश में एक विचित्र राजनीतिक माहौल बनाया था, जिसके कारण घोषणापत्रों पर, नेताओं के वादों पर देशवासियों का भरोसा उठ गया था। लोगों को लगने लगा था कि नेता चुनाव के दौरान घोषणाएं करते हैं और फिर भूल जाते हैं।
पीएम ने कहा कि बीते 6 महीने में जितने भी फैसले लिए गए हैं इनमें से अनेक ऐसे थे जो दशकों से लटके हुए थे।