राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) की तैयारी और अपडेशन से संबंधित सभी काम पर रोक लगाने का आदेश देने के हफ्तों बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से अपील की कि वे आंकड़े लेने वालों को कोई जानकारी न दें।
ममता बनर्जी ने कहा कि नागरिकता एक लोकतांत्रिक अधिकार है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा ‘मैं आपकी पहरेदार, जो छीनने आएगा अधिकार, उसे मेरी लाश से गुजरना होगा।’
ममता ने कहा, “वे (केंद्र सरकार) कह रहे हैं कि यह ऑनलाइन भी किया जा सकता है। क्या चावल को ऑनलाइन पकाया जा सकता है। फिजिकल वेरिफिकेशन (भौतिक जांच) हमेशा जरूरी होगा। यदि कोई बाहर से आता है और आपसे आपके पिता, माता, मां का जन्म स्थान की जानकारी मांगे तो उससे साझा न करें। हम सीएए की इजाजत नहीं देंगे। हम अपने यहां एनआरसी और एनपीआर नहीं होने देंगे।”
बनर्जी सुंदरबन के पास दक्षिण 24 परगना जिले के एक ब्लॉक पथप्रतिमा में कुछ सरकारी परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद एक जनसभा को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा, “हम किसी की दया पर नहीं रहेंगे। हम यहां वोट करते हैं। हम यहां पढ़ते हैं। हम यहां काम करते हैं। हमने अपने लोकतांत्रिक अधिकार को छीनने की इजाजत किसी को नहीं दी। हम मोटे चावल खाएंगे, मोटे कपड़े पहनेंगे, लेकिन किसी को भी सांप्रदायिक हिंसा और अशांति नहीं फैलाने देंगे।”
सीएम ममता ने कहा, “चिंतित न हों। अफवाहों पर ध्यान न दें। मैं आपकी पहरेदार हूं। यदि कोई भी आपका लोकतांत्रिक अधिकार छीनने आएगा, उसे मेरी लाश पर से गुजरना होगा।”
हालांकि उन्होंने सभी से अपना वोटर लिस्ट चेक करने को कहा। उन्होंने कहा, “मतदाता सूची को संशोधित करने का काम चल रहा है। आप सभी अपना नाम जरूर जुड़वा लें। साथ ही यह भी जांच कर लें कि इसमें आपका और आपके पिता का नाम और पता सही है या नहीं। यदि किसी तरह की गलती है तो उसमें बदलाव करवा लें।”
किसी पार्टी का नाम लिए बिना ममता ने कहा कि लोगों को सीएए के बारे में गुमराह किया जा रहा है और गलत जानकारी दी जा रही है।
उन्होंने कहा, “वे प्रतिदिन एक नया झूठ बोल रहे हैं। उन्हें क्या लगता है कि वे हमारी नागरिकता छीन लेंगे और हम लॉलीपॉप खाते रहेंगे? यह नहीं होगा। चिंता मत कीजिए। आपकी समस्या हमारी समस्या है।”