नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन जारी हैं। इसे लेकर भाजपा का कहना है कि ये कानून किसी की नागरिकता नहीं लेगा बल्कि ये तो नागरिकता देने वाला कानून है। सरकार ने विपक्षी पार्टियों पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया है। वहीं विपक्षी पार्टियों का सरकार पर आरोप है कि इस कानून में किसी एक समुदाय के साथ भेदभाव किया गया है।
इस बीच भाजपा विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल ने अपने विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले मुसलमानों को ये कानून समझाया है। उन्होंने कहा है कि सीएए नागरिकता देने वाला कानून है, ये कानून किसी को देश से निकालने के लिए नहीं है। उन्होंने मुस्लिम समुदाय के लोगों को विश्वास दिलाया है कि अगर उनके इलाके के किसी भी मुसलमान को देश से निकाला गया तो वह अपना पद छोड़ देंगे।
डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल गोरखपुर शहर विधानसभा इलाके से लगातार चार बार से विधायक बन रहे हैं। वह अपने विधानसभा क्षेत्र के मुसलमानों के पास जा रहे हैं और उन्हें इस बात के लिए आश्वस्त कर रहे हैं कि सीएए नागरिकता देने का कानून है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम लोग समाज का ही हिस्सा हैं। हमें मुस्लिम समाज के बीच में जाकर इस भ्रम को दूर करना चाहिए।
अग्रवाल ने कहा, ‘मुस्लिम समुदाय को ये समझाने की कोशिश की जा रही है। वह भी भारत देश के नागरिक हैं। मैं जनप्रतिनिधि हूं तो मुझे उनकी पीड़ा सुननी भी चाहिए। 1947 में मजहब के नाम पर बंटवारा किया गया, जो मुस्लिम भारत के बंटवारे के समर्थन में नहीं थे, वो यहीं रह गए। मुस्लिम लोगों को गलत जानकारी देते हुए ये कहा जा रहा है कि सीएए आ गया है, अब तुम्हें देश से निकाल दिया जाएगा। ये साजिश है। जनप्रतिनिधि होने के नाते मैं मुस्लिम समुदाय के लोगों के पास जाकर उन्हें कानून के बारे में जागरूक कर रहा हूं।’
जानकारी के मुताबिक अग्रवाल ने पुराना गोरखपुर, जाहिदाबाद, वजीराबाद, दशहरीबाग के मुस्लिम बहुल इलाकों में सीएए पर लोगों से बातचीत कर उनके भ्रम को दूर किया है। वहीं जाहिदाबाद के रहने वाले एयू अंसारी ने बताया कि विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल ने सीएए के बारे में मुस्लिम समाज के लोगों को जागरूक किया है। अंसारी ने बताया कि उनके मन में सीएए को लेकर अब कोई भ्रम नहीं है।