भारतीय राजनीति में ‘परिश्रमी व आत्मनिर्भर’ नरेंद्र मोदी के सामने ‘पांचवी पीढ़ी के वंशज’ राहुल गांधी के लिए कोई मौका नहीं है। यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आलोचक कहे जाने वाले मशूहर इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने कही।
शुक्रवार को केरल साहित्यिक समारोह (केएलएफ) के दूसरे दिन ‘देशभक्ति बनाम अंध राष्ट्रवाद’ विषय पर बोल रहे गुहा के सुर कुछ बदले-बदले रहे।
61 वर्षीय गुहा ने कहा, मैं निजी तौर पर राहुल गांधी के खिलाफ नहीं हूं। वह एक भले और अच्छे संस्कार वाले आदमी हैं। लेकिन युवा भारत पांचवी पीढ़ी के वंशवादी को नहीं चाहता। यदि आप मलयाली 2024 में भी राहुल गांधी को दोबारा चुनने की गलती करोगे तो आप महज नरेंद्र मोदी को ही लाभ पहुंचाओगे।
उन्होंने कहा, ‘नरेंद्र मोदी ने 15 साल तक एक राज्य की सत्ता संभाली है, उन्हें प्रशासनिक अनुभव है, वह बेहद मेहनती इंसान हैं और वह कभी यूरोप में छुट्टी बिताने नहीं जाते हैं। मैं यह सब पूरी गंभीरता से कह रहा हूं।’
गुहा ने कहा, अगर आप लोग 2024 में दोबारा राहुल गांधी को चुनने की गलती करेंगे, तो इससे आप नरेंद्र मोदी को ही फायदा पहुंचाएंगे क्योंकि नरेंद्र मोदी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वह राहुल गांधी नहीं है।
गुहा ने कहा कि केरल ने कांग्रेस नेता को संसद के लिए चुनकर बेहद विनाशकारी कदम उठाया था।
वामपंथी विचारक गुहा ने कहा, स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान एक महान दल रही कांग्रेस का ‘निराश पारिवारिक कंपनी’ में पतन हो गया है, जो भारत में हिंदुत्व और अंध राष्ट्रवाद के प्रभुत्व बढ़ने के कारणों में से एक है।
गुहा ने कहा, केरल (चर्चा में मौजूद केरल निवासियों को संबोधित करते हुए), तुमने भारत में कई अनूठे काम किए हैं, लेकिन राहुल गांधी को संसद के लिए चुनकर तुमने एक विनाशकारी काम भी कर दिया। गुहा ने कहा, नरेंद्र मोदी का सबसे मजबूत पक्ष यह है कि वो राहुल गांधी नहीं हैं।