नई दिल्ली: केरल के अलापुझा में मस्जिद में एक हिन्दू जोड़े ने शादी का सात फेरे लिए। मस्जिद परिसर में बैठकर पंडित ने मंत्रोच्चार के साथ शादी कराई और फिर भोज भी हुआ। ये सब मस्जिद कमेटी और स्थानीय स्थानीय नागरिकों की मदद से किया गया। दरअसल, अलापुझा के चेरुवल्ली में बेटी की शादी में आ रही आर्थिक मुश्किल का सामना कर रही हिन्दू महिला ने जब इस बारे में स्थानीय मस्जिद कमेटी को बताया तो कमेटी ने शादी का जिम्मा अपने ऊपर ले लिया और धूमधाम से शादी की
स्थानीय लोगों के मुताबिक, दुल्हन आशा के पिता की मौत हो चुकी है और परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है। ऐसे में आशा की मां ने मस्जिद कमेटी से कुछ मदद को लेकर कहा। इस पर कमेटी ने पूरी जिम्मेदारी उठाने की बात कही तो वो खुशी से तैयार हो गई। इसके बाद शनिवार को बारात का आना तय हुआ। मुस्लिम जमात मस्जिद में हिंदू जोड़े आशा और शरत की सभी रीति-रिवाज के साथ शादी करवाई गई
शादी में बाराती और स्थानीय 1000 लोगों को दावत दी गई। शादी में दूल्हा-दुल्हन की इच्छा के मुताबिक, शाकाहारी खाने का इंतजाम किया गया। मस्जिद कमेटी की ओर से दुल्हन को सोने के 10 सिक्के और दो लाख रुपए भी तोहफे के तौर पर दिए गए। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, मस्जिद कमेटी इससे पहले अंजू के छोटे भाई-बहन की पढ़ाई के लिए भी मदद कर चुकी है।
केरल के सीएम पिनरई विजयन ने इस शादी की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा कि यही केरल की संस्कृति है और हमारी ताकत भी। केरल सीएम ने नवविवाहित जोड़े के साथ-साथ लोगों को भी बधाई देते हुए लिखा, केरल ने हमेशा से ही सांप्रदायिक सौहार्द्र के शानदार उदाहरण पेश किए हैं। यह शादी उस वक्त हुई है, जब धर्म के नाम पर लोगों को बांटने की कोशिश हो रही है। केरल एक है और हमेशा एक रहेगा।