नई दिल्ली: घाटे से उबरने के लिए सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया की 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए सरकार ने बोलियां मंगाई हैं, इसकी आखिरी तारीख 17 मार्च 2020 है, मोदी सरकार की ओर से सोमवार को प्रारंभिक जानकारी वाला मेमोरंडम जारी कर दिया गया है, लेकिन मोदी सरकार के इस फैसले के खिलाफ अब बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने आवाज उठाई है।
उन्होंने ट्वीट के जरिए फैसले का विरोध करते हुए कहा कि यह सौदा पूरी तरह से देश विरोधी है और मुझे कोर्ट जाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा, हम अपने परिवार की बेशकीमती चीज को नहीं बेच सकते हैं। मालूम हो कि ये पहली बार नहीं है कि स्वामी ने एयर इंडिया के मसले पर विरोध जताया है, वो इससे पहले भी एयर इंडिया को बेचने की सरकार की योजना से नाराजगी जता चुके हैं।
Air India disinvestment process restarts today https://t.co/72eklh9C3g: THIS DEAL IS WHOLLY ANTI NATIONAL and IWILL FORCED TO GO TO COURT. WE CANNOT SELL OUR FAMILY SILVER
— Subramanian Swamy (@Swamy39) January 27, 2020
मालूम हो कि एयर इंडिया के निजीकरण के लिए 7 जनवरी को ही गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में बने एक मंत्री समूह ने निजीकरण से जुड़े प्रस्ताव को मंजूरी दी थी, गौरतलब है कि पिछले साल एयर इंडिया की 76 फीसदी शेयर बेचने के लिए बोलियां मंगवाई गई थीं लेकिन कोई खरीदार नहीं मिल पाया था, इसलिए अब सरकार ने 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने का फैसला लिया है।
बता दें एयर इंडिया लंबे समय से घाटे में चल रही है। इसे 2018-19 में 8,556.35 करोड़ रुपये का घाटा (प्रोविजनल) हुआ। एयरलाइन पर 50,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का कर्ज है। यही वजह है कि सरकार एयर इंडिया को बेचना चाहती है। मार्च तक बिक्री प्रक्रिया पूरी करने की योजना है।