ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर नागरिकता कानून को लेकर सरकार पर हमला बोला है।
ओवैसी ने नागिरकता कानून को भेदभाव पूर्ण बताया है, साथ ही उन्होंने कहा है कि इस कानून से मुसलमानों को परेशान किया जाएगा।
AIMIM नेता ने अपने ट्वीट में लिखा है, “प्रधानमंत्री कार्यालय का कहना है कि CAA किसी भी भारतीय की नागरिकता लेने का कानून नहीं है। लेकिन जैसा मैं कहता हूं इसका उपयोग गैर मुस्लिमों को हिरासत से निकालने के लिए किया जाएगा उनके मामले समाप्त कर दिये जाएंगे। वहीं मुस्लिम हिरासत में रहेंगे।’
असदुद्दीन ओवैसी नागरिकता कानून को लेकर सरकार पर लगातार हमलावर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने कहा शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन को खत्म कराने के लिए सरकार द्वारा बल प्रयोग करने की आशंका जाहिर की थी। शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पिछले 50 दिनों से प्रदर्शन हो रहा है।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने ओवैसी से पूछा कि क्या ऐसे संकेत हैं कि 8 फरवरी के बाद सरकार शाहीन बाग से प्रदर्शनकारियों को हटवा देगी। उसके जवाब में ओवैसी ने कहा, ‘हो सकता है वे उन्हें गोली मार दें। वे शाहीनबाग को जलियांवाला बाग भी बना सकते हैं। ऐसा हो सकता है। भाजपा मंत्रियों ने गोली मारने वाले बयान दिए हैं। सरकार को जवाब देने होगा कि कौन कट्टरपंथी है।’
एनपीआर और एनआरसी के सवाल पर ओवैसी ने कहा, ‘सरकार को बिल्कुल सीधे सीधे बता देना होगा कि 2024 तक एनआरसी लागू नहीं की जाएगी। एनपीआर पर 3900 करोड़ रुपये खर्च क्यों कर रहे हैं? मैं इस तरीके से इसलिए सोचता हूं कि क्योंकि मैं इतिहास का छात्र रहा हूं। हिटलर ने अपने राज में दो बार जनगणना करवाई और उसके बाद यहूदियों को गैस चैंबर में डाल दिया। मैं नहीं चाहता कि हमारे देश में भी वैसा ही हो।’