पश्चिम बंगाल में भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को हिरासत में लिया गया है। साथ में मुकुल रॉय को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। विजयवर्गीय शुक्रवार को कोलकाता में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में रैली निकाल रहे थे। इस रैली की शुरुआत कोलकाता के टॉलीगंज फेरी से होने वाली थी।
भाजपा नेताओं द्वारा रैली की शुरुआत करते ही कोलकाता पुलिस ने सभी नेताओं को हिरासत में ले लिया। जिसमें कैलाश विजयवर्गीय भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि कैलाश विजयवर्गीय सीएए के समर्थन में अभिनंदन रैली निकाल रहे थे और इसके लिए उन्होंने पुलिस से इजाजत नहीं ली थी।
इसी कारण पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया। पुलिस के मुताबिक, भाजपा नेता पुलिस की अनुमति के बिना कथित रूप से मार्च आयोजित करना चाहते थे जिसके बाद उन्हें पुलिस वैन में हिरासत में लिया गया और स्थान से दूर ले जाया गया।
हिरासत में लिए जाने पर विजयवर्गीय ने ट्वीट किया कि कोलकाता में आज सीएए के समर्थन में मेरी रैली थी। पुलिस ने मुझे और मुकुल रॉय को गिरफ्तार कर लिया है। हमें लाल बाजार पुलिस हेडक्वार्टर ले जा रहे हैं। संसद में पारित किसी कानून के समर्थन में रैली करना कौनसा अपराध है, जो हमें गिरफ्तार किया गया।
हिरासत में लिए जाने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए वियजवर्गीय ने कहा कि ममता बनर्जी सरकार ने पश्चिम बंगाल में तानाशाही शुरू कर दी है, लेकिन भाजपा को भयभीत नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि हम सीएए के समर्थन में एक रैली निकाल रहे थे, जिसे पूरे देश से भारी समर्थन मिला। लेकिन ममता बनर्जी की पुलिस हमें शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक रैली निकालने की अनुमति नहीं दे रही है। विजयवर्गीय ने कहा कि वे शहर के पुलिस मुख्यालय में जाने का विरोध नहीं करेंगे क्योंकि हम लोकतांत्रिक विरोध में विश्वास करते हैं।