शाह ने एक बार फिर जनता को आश्वस्त करते हुए कहा कि अगर किसी को भ्रम है कि सीएए से किसी की नागरिकता चली जाएगी तो उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि यह नागरिकता देने का कानून है, नागरिकता लेने का नहीं।शाह ने यह भी कहा कि विपक्ष के लोग सीएए को लेकर भ्रांति फैला रहे हैं, लोगों को उकसा रहे हैं, दंगे करा रहे हैं।
भुवनेश्वर : गृहमंत्री अमित शाह शुक्रवार को एक दिवसीय दौरे पर ओडिशा पहुंचे। इस दौरान शाह ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में राजधानी भुवनेश्वर में एक आम सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस अपने 55 साल के शासन और 5 साल के बीजेपी शासन की तुलना कर ले। शाह ने यह भी कहा कि विपक्ष के लोग सीएए को लेकर भ्रांति फैला रहे हैं, लोगों को उकसा रहे हैं, दंगे करा रहे हैं। बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली में बीते कुछ दिनों में सीएए को लेकर हिंसा भड़की थी। इस हिंसा में 38 लोगों की मौत हो चुकी है।
शाह ने एक बार फिर जनता को आश्वस्त करते हुए कहा कि अगर किसी को भ्रम है कि सीएए से किसी की नागरिकता चली जाएगी तो उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि यह नागरिकता देने का कानून है, नागरिकता लेने का नहीं। उन्होंने कहा, ‘पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का वहां शोषण होता है, उन्हें परेशान किया जाता है, वे यहां भागकर आते हैं तो उन्हें नागरिकता नहीं मिलती। उन देशों से प्रताड़ित होकर स्वधर्म बचाने के लिए भारत आए लोगों को सीएए के माध्यम से नागरिकता दी जाएगी।’
शाह ने आरोप लगाया कि सीएए को लेकर कांग्रेस और विपक्षी दल भ्रम फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि जवाहर लाल नेहरू और सरदार पटेल जैसे नेताओं ने जो वादा किया था, केन्द्र की मोदी सरकार उस वादे को पूरा कर रही है। उन्होंने विपक्षी दलों को चुनौती देते हुए कहा कि वे बताएं कि सीएए के किस क्लॉज में नागरिकता लेने की बात है। उन्होंने कहा कि विपक्ष सिर्फ भ्रम फैलाकर दो समुदायों में विभेद पैदा कर रहा है।
शाह ने कहा कि उनके लिए जैसे गुजरात है, वैसे ही ओडिशा भी है। उन्होंने कहा, ‘मैं 5 साल तक पार्टी अध्यक्ष रहा हूं, अनेक बार ओड़िशा आया हूं और यहां के अनेक नगरों में घुमा हूं और कार्यकर्ताओं से मिला हूं। कभी भी ओड़िशा मुझे गुजरात से अलग नहीं लगा, मुझे अपना दूसरा घर लगा।’ उन्होंने कहा कि मैं यहां पर पीएम मोदी का संदेश देने आया हूं कि 2024 से पहले ओडिशा के सभी लोगों को नल से शुद्ध पीने का पानी मिलेगा।
इससे पहले ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की। सभी नेताओं ने पटनायक के आवास पर साथ बैठकर लंच किया।