मध्य प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच भाजपा विधायक संजय पाठक ने कहा कि मैं भाजपा में था भाजपा में हूं भाजपा में रहूंगा, सियासी कारणों से मेरी जान को खतरा हो सकता है।
मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री और भाजपा के विधायक संजय पाठक ने कथित तौर पर मुख्यमंत्री कमलनाथ से देर रात मुलाकात होने की खबरों का खंडन करते हुए कहा है कि उनकी जान को खतरा है। पाठक ने शुक्रवार को एक वीडियो जारी कर कहा, ‘मैं भाजपा में था, भाजपा में हूं और भाजपा में रहूंगा। मीडिया में एक वीडियो दिखाकर बताया जा रहा है कि मैं कांग्रेस के किसी वरिष्ठ नेता से मिलने गया और मुझे निवास से बाहर निकलते हुए देखा गया।
वीडियो में जिस व्यक्ति को दिखाया गया है, उसकी कलम नहीं दिखाई गई है, जबकि मैं कलम रखता हूं। सवाल है कि क्या रात भर में कलम के बाल उग गए। आप सभी मेरे हर अंग को जानते हैं। उन्होंने आगे कहा, “उनके साले की हालत गंभीर है, उसका हैदराबाद में ऑपरेशन है, बीती रात को मैं किसी से नहीं मिला। मेरे साथ जो हो रहा है, उसे पूरे प्रदेश की जनता देख रही है। कम से कम मेरी हत्या न हो जाए, बस इस बात का ध्यान रखिए।
हो सकता है कि राजनीतिक लाभ और फायदे के लिए ये लोग मुझे कहीं मारकर फेंक भी सकते हैं। बीती रात मैं न किसी से मिला, न कहीं गया। मैं भाजपा में था, भाजपा में हूं और भाजपा में रहूंगा। ज्ञात हो कि मीडिया रपटों के अनुसार, बीती रात मुख्यमंत्री कमलनाथ से भाजपा के तीन विधायकों ने मुलाकात की थी, उनमें से एक संजय पाठक को बताया जा रहा है। इसके बाद पाठक ने वीडियो संदेश जारी कर स्थिति को स्पष्ट किया है।
उधर गायब बताए जा रहे भाजपा विधायक पीएल तंतुवाय मीडिया के सामने आए और बोले कि मेरा फोन स्विच ऑफ हो गया था। कमलनाथ सरकार पर सियासी संकट के बीच दिग्विजय सिंह आज भोपाल पहुंचे, यहां उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार होना चाहिए।
दिग्विजय और सीएम कमलनाथ के बीच भोपाल में बैठक की। सियासी संकट के बीच सीएम कमलनाथ का ओरछा दौरा कैंसिल हो गया है, वे आज से शुरू होने जा रहे नमस्ते ओरछा कार्यक्रम शिरकत करने वाले थे। कांग्रेसी विधायक हरदीप सिंह डंग के इस्तीफे के बाद और गहरा गया है। आशंका है कि इसके बाद और भी कांग्रेस विधायक अपना इस्तीफा दे सकते हैं।
हालांकि इस पूरे मामले में कांग्रेस की ओर से बार-बार एक ही बयान आ रहा है कि हमारी सरकार को कोई संकट नहीं है। अभी भी विधायक बिसाहूलाल सिंह, रघुराज सिंह कंसाना और हरदीप सिंह डंग और सुरेंद्र सिंह शेरा के बेंगलुरु में होने की खबर है। बिसाहूलाल सिंह के बेटे ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी है।