WeTransfer फाइल शेयरिंग के लिए एक पॉप्युलर वेबसाइट है। दुनियाभर में लाखों लोग इस वेबसाइट को इस्तेमाल करते हैं और लॉकडाउन के दौरान भारत में इस वेबसाइट के यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ी। वेबसाइट से 2 जीबी तक की फाइल्स सीधे ईमेल में भेजी जा सकती है।
भारत सरकार के दूरसंचार विभाग ने (डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्युनिकेशंस) पॉप्युलर फाइल-शेयरिंग वेबसाइट WeTransfer.com को बैन कर दिया है। सरकार का कहना है कि देश और जनता के हितों को ध्यान में रखकर वेबसाइट को बैन किया गया है।
Mumbai Mirror की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्युनिकेशंस (DoT) देश में तीन URL को बैन करने के लिए इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स को नोटिस जारी किया है। पहले दो नोटिस में वेबसाइट पर दो चुनिंदा यूआरएल को बैन करने के लिए कहा गया था जबकि तीसरे नोटिस में पूरी WeTransfer वेबसाइट को ही बैन करने का आदेश दिया गया।
बता दें कि भारत में वेबसाइट बैन करना कोई नई बात नहीं है, इससे पहले भी कई वेबसाइट बैन हो चुकी हैं। लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान मिनस्ट्री ऑफ इन्फर्मेशन ऐंड टेक्नॉलजी ने जानकारी दी थी कि देश में ब्लॉक किए जाने वाले URL में 442 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई। इनमें से अधिकतर यूआरएल मैलवेयर और पोर्नोग्राफी को बढ़ावा देने या राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा थे।
WeTransfer फाइल शेयरिंग के लिए एक पॉप्युलर वेबसाइट है। दुनियाभर में लाखों लोग इस वेबसाइट को इस्तेमाल करते हैं और लॉकडाउन के दौरान भारत में इस वेबसाइट के यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ी। वेबसाइट से 2 जीबी तक की फाइल्स सीधे ईमेल में भेजी जा सकती है।
वेबसाइट के पेड प्लान लेने पर यूजर्स हाई रेजॉलूशन और साइज़ की फाइल भेज सकते हैं। अधिकतर लोग इसके फ्री प्लान का ही इस्तेमाल करते हैं। इस वेबसाइट को इस्तेमाल करना आसान है और यह भी एक कारण है जिसके चलते देश में तेजी से इसकी लोकप्रियता बढ़ी।
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि सरकार ने वीट्रांसफर को बैन क्यों किया है। लेकिन फिलहाल अधिकतर बड़े इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स ने अपने यूजर्स के लिए WeTransfer को बैन कर दिया है।