शाह फैसल, पीर मंसूर और सरताज मदनी से पीएसए हटा दिया गया है। हालांकि इस बात का दुख अब भी है कि महबूबा मुफ्ती, सागर एसबी और हिलाल लोन अब भी नजरबंद हैं। समय आ गया है कि अब उन्हें भी छोड़ दिया जाए।
जम्मू : पूर्व आईएएस शाह फैसल, पीर मंसूर और सरताज मदनी से बुधवार को पीएसए (जन सुरक्षा कानून) हटा दिया गया है। हालांकि अभी कागजी प्रक्रिया चल ही रही है। इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला है।
उन्होंने लिखा कि शाह फैसल, पीर मंसूर और सरताज मदनी से पीएसए हटा दिया गया है। हालांकि इस बात का दुख अब भी है कि महबूबा मुफ्ती, सागर एसबी और हिलाल लोन अब भी नजरबंद हैं। समय आ गया है कि अब उन्हें भी छोड़ दिया जाए।
वहीं उमर अब्दुल्ला ने तंज कसते हुए यह भी कहा कि पूर्व की तरह इन्हें भी घर में नजरबंद करने का आदेश न जारी किया जाए। उन्होंने कहा कि अब समय है कि सभी लोगों के साथ एक जैसा व्यवहार किया जाए इन लोगों को आजादी हो कि वह बिना अपने सुरक्षा गार्ड के घर से बाहर निकल सकें।
बता दें कि महबूबा मुफ्ती पर लगा पीएसए हटाए जाने के बाद उनको नजरबंद कर दिया गया था इसी की ओर इशारा करते हुए उन्होंने यह तंज कसा है।
Good to hear @shahfaesal, Peer Mansoor & Sartaj Madani have been released from their unjust PSA detention. Disappointed that @MehboobaMufti, Sagar Sb & Hilal Lone continue to be detained. It’s high time they are set free as well.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) June 3, 2020
सूत्रों के अनुसार, पूर्व आईएएस अधिकारी शाह फैसल को जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अनुच्छेद 370 हटाने के बाद 14 अगस्त को हिरासत में लेकर एमएलए हॉस्टल में रखा था। उसके बाद 15 फरवरी 2020 को उन पर पीएसए की कार्रवाई की गई थी। पीएसए समाप्त होने से पहले प्रशासन ने तीन माह के लिए उसे बढ़ा दिया था।
भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रह चुके शाह फैसल ने नौकरी से इस्तीफा देकर जम्मू एंड कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट नाम के राजनीतिक दल का गठन किया था। बाद में इससे किनारा कर लिया था।
बता दें कि प्रशासन ने जनवरी में ही उमर अब्दुल्ला को पीएसए से रिहा कर दिया था, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती वर्तमान में नजरबंद हैं।