15 जून को सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प के बाद तत्काल रक्षा मंत्री के आवास पर तीनो सेना प्रमुख और सीडीएस बिपिन रावत पहुंचे थे और हालात पर चर्चा की थी। लद्दाख में भारत-चीन सेना के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद जल, थल और वायुसेना पूरी तरह से अलर्ट पर हैं। तीनों सेनाओं को अलर्ट पर रहने का फैसला रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ आर्मी डिफेंस (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुखों की हुई बैठक में 18 जून को लिया गया था।
नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच गलवान विवाद के बाद देश की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज उच्च स्तरीय बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में राजनाथ सिंह के अलावा तीनों सेना के चीफ और सीडीएस बिपिन रावत भी शामिल हैं। इस बैठक में भारत-चीन के बीच एलएसी पर तनाव को लेकर हालात की समीक्षा की जा रही है। 11 बजे से शुरू इस बैठक में लद्दाख में जमीनी हालात की पूरी समीक्षा और एलएसी के साथ तैयारियों का जायजा लिया जाएगा।
आपको बता दें कि इससे पहले भी बीते 15 जून को सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प के बाद तत्काल रक्षा मंत्री के आवास पर तीनो सेना प्रमुख और सीडीएस बिपिन रावत पहुंचे थे और हालात पर चर्चा की थी। लद्दाख में भारत-चीन सेना के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद जल, थल और वायुसेना पूरी तरह से अलर्ट पर हैं। तीनों सेनाओं को अलर्ट पर रहने का फैसला रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ आर्मी डिफेंस (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुखों की हुई बैठक में 18 जून को लिया गया था।
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कह चुके हैं कि हम किसी भी कीमत पर अपनी संप्रभुता की रक्षा करेंगे। हमारे क्षेत्र में सुरक्षा परिदृश्य यह बताता है कि हमारे सशस्त्र बल हर समय तैयार और सतर्क रहते हैं। लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर छोटी सी सूचना पर हम हालात को संभालने के लिए तैयार हैं।