कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर कहा, ‘आज अयोध्या जी में भगवान रामलला के मंदिर का ‘शिलान्यास’ वेद द्वारा स्थापित ज्योतिष शास्त्र की स्थापित मान्यताओं के विपरीत हो रहा है, हे प्रभु हमें क्षमा करना। यह निर्माण निर्विघ्न रूप से पूरा हो यही हमारी आप से प्रार्थना है। जय सिया राम।’
भोपाल : उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर का शिलान्यास करेंगे। इसके बाद राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जहां एक तरफ सभी देशवासी इसे लेकर उत्साहित हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिहं ने इसके मुहूर्त को लेकर एक बार फिर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि शिलान्यास ज्योतिष शास्त्र की स्थापित मान्यताओं के विपरीत हो रहा है।
कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर कहा, ‘आज अयोध्या जी में भगवान रामलला के मंदिर का ‘शिलान्यास’ वेद द्वारा स्थापित ज्योतिष शास्त्र की स्थापित मान्यताओं के विपरीत हो रहा है, हे प्रभु हमें क्षमा करना। यह निर्माण निर्विघ्न रूप से पूरा हो यही हमारी आप से प्रार्थना है। जय सिया राम।’ अपने ट्वीट के साथ उन्होंने राम मंदिर निर्माण मुहूर्त हैशटैग का इस्तेमाल किया।
आज अयोध्या जी में भगवान रामलला के मंदिर का “शिलान्यास” वेद द्वारा स्थापित ज्योतिष् शास्त्र की स्थापित मान्यताओं के विपरीत हो रहा है, हे प्रभु हमें क्षमा करना। यह निर्माण निर्विघ्न रूप से पूरा हो यही हमारी आप से प्रार्थना है। जय सिया राम। #राम_मंदिर_निर्माण_मुहूर्त
— digvijaya singh (@digvijaya_28) August 5, 2020
इससे पहले तीन अगस्त को मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था, ‘पांच अगस्त को भगवान राम के मंदिर शिलान्यास के अशुभ मुहुर्त के बारे में विस्तार से जगदगुरू स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज ने सचेत किया था। मोदी जी की सुविधा पर यह अशुभ मुहुर्त निकाला गया। यानि मोदी जी हिंदू धर्म की हजारों वर्षों की स्थापित मान्यताओं से बड़े हैं!! क्या यही हिंदुत्व है?’
कांग्रेस नेता ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समझाने के लिए कहा था। उन्होंने लिखा था, ‘मोदी जी आप अशुभ मुहुर्त में भगवान राम मंदिर का शिलान्यास कर और कितने लोगों को अस्पताल भिजवाना चाहते हैं? योगी जी आप ही मोदी जी को समझाइये। आपके रहते हुए सनातन धर्म की सारी मर्यादाओं को क्यों तोड़ा जा रहा है? और आपकी क्या मजबूरी है जो आप यह सब होने दे रहे हैं?’