द्विपक्षीय संबंधों को द्विदलीय समर्थन दर्शाते हुए प्रतिनिधि सभा की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष एलियॉट एंगल एवं रैंकिंग सदस्य माइकल टी मैककॉल ने भारत के विदेश मंत्री एस.जयशंकर को लिखे पत्र में कहा कि जम्मू-कश्मीर में भारत की धारा 370 को हटाने और एक केंद्र शासित प्रदेश के रूप में जम्मू-कश्मीर की स्थापना के एक साल बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हुई है।
वॉशिंगटन: जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने और केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिए जाने को एक साल हो चुका है। अब अमेरिकी कांग्रेस की एक महत्वपूर्ण समिति ने कश्मीर के हालातों पर चिंता जाहिर की है। अमेरिकी सांसदों का कहना है कि, कश्मीर के हालात सामान्य नहीं हुए हैं। अमेरिकी सासंदों ने इस संबंध 5 अगस्त को भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र भी लिखा है।
द्विपक्षीय संबंधों को द्विदलीय समर्थन दर्शाते हुए प्रतिनिधि सभा की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष एलियॉट एंगल एवं रैंकिंग सदस्य माइकल टी मैककॉल ने भारत के विदेश मंत्री एस.जयशंकर को लिखे पत्र में कहा कि जम्मू-कश्मीर में भारत की धारा 370 को हटाने और एक केंद्र शासित प्रदेश के रूप में जम्मू-कश्मीर की स्थापना के एक साल बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हुई है।
एलियॉट एंगल और रैंकिंग सदस्य माइकल टी मैककॉल ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को लिखे पत्र में कहा कि दोनों दलों के सदस्य भारत एवं अमेरिका के बीच मजबूत संबंधों के 21वीं सदी पर मजबूत प्रभाव को समझते हैं। उन्होंने कहा, ‘जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल फरवरी में कहा था कि हमारे संबंध अब केवल साझेदारी नहीं हैं, बल्कि ये पहले से कहीं अधिक मजबूत एवं करीबी हैं।’
उन्होंने कहा, जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल फरवरी में कहा था कि हमारे संबंध अब केवल साझेदारी नहीं हैं बल्कि ये पहले से कहीं अधिक मजबूत एवं करीबी हैं। दोनों सांसदों ने कहा, ये मजबूत संबंध ऐसे समय में और अधिक महत्वपूर्ण हैं, जब भारत चीन के साथ लगती सीमा पर उसके (चीन के) आक्रामक रुख का सामना कर रहा है। चीन का यह व्यवहार हिंद प्रशांत में चीन सरकार के अवैध कदमों और उसकी आक्रामकता का हिस्सा है।