देर रात सचिवालय थाने में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव, राजद प्रदेशाध्यक्ष जगदानंद सिंह और पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी सहित 32 नामजद व राजद के 60 अज्ञात कार्यकर्ताओं व नेताओं के खिलाफ विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई। नामजद आरोपितों में राजद के कई विधायक भी शामिल थे।
पटना: बिहार के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित 34 विधायकों ने जमानत ले ली है। इन सभी लोगों के खिलाफ बीते 29 मई को पटना के सचिवालय थाना में केस संख्या 64/20 के तहत लॉकडाउन के नियमों का पालन न करने और सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन नहीं करने का आरोप लगाया गया है। शनिवार को सचिवालय थाना प्रभारी ने जमानत देने की पुष्टि की है।
दरअसल, गोपालगंज हत्याकांड में जदयू विधायक पप्पू पांडेय की गिरफ्तारी और मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर बिना प्रशासन के अनुमति के 10 सर्कुलर रोड से 29 मई की सुबह काफिले के साथ गोपालगंड कूच करने की कोशिश और लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव सहित राजद के 92 नेताओं पर पुलिस ने केस किया था।
देर रात सचिवालय थाने में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव, राजद प्रदेशाध्यक्ष जगदानंद सिंह और पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी सहित 32 नामजद व राजद के 60 अज्ञात कार्यकर्ताओं व नेताओं के खिलाफ विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई। नामजद आरोपितों में राजद के कई विधायक भी शामिल थे।
बता दें कि बीते 29 मई को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर हाई वोल्टेज ड्रामा चला था। नेता विपक्ष तेजस्वी यादव सुबह 10 बजे राबड़ी देवी और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव के अलावा पार्टी विधायकों को साथ लेकर गोपालगंज के लिए निकले, लेकिन पुलिस ने उन सभी को उनके आवास के बाहर ही रोक दिया। नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी अपनी-अपनी गाड़ी में तीन घंटे तक बैठी रहीं।