मुजफ्फरनगर दंगों से जुड़े मामले में प्रदेश के बीजेपी विधायकों को बड़ी राहत मिल सकती है। कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा, विधायक संगीत सोम और कपिल देव के खिलाफ दर्ज केस योगी सरकार ने वापस लेने का फैसला लिया है। योगी सरकार के फैसले पर असदुद्दीन ओवैसी ने निशाना साधा है।
मुजफ्फरनगर दंगे से जुड़े मामले में तीन बीजेपी विधायकों के खिलाफ दर्ज मुकदमों को वापस लेने की तैयारी चल रही है। बीजेपी विधायकों पर दर्ज केस को वापस लेने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अर्जी दी है।
सरकार के इस कदम को लेकर AIMIM के सुप्रीमो और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने योगी सरकार पर हमला बोला है।
ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को अपने ट्वीट में लिखा, ” 2017 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने खुद उनके खिलाफ दर्ज कई मुकदमों को वापस ले लिया था। अब वो उनके बाक़ी साथियों के साथ खड़े हैं। जब सरकार ही अपराधियों की हो जाये तो सबसे पहला ‘एनकाउंटर’ इंसाफ का होता है।”
इससे पहले मुजफ्फरनगर दंगों से जुड़े मामले में प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधायकों को बड़ी राहत मिल सकती है।
कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा, विधायक संगीत सोम और कपिल देव के खिलाफ दर्ज केस योगी सरकार ने वापस लेने का फैसला लिया है।
सरकारी वकील राजीव शर्मा की ओर से मुजफ्फरनगर की एडीजे कोर्ट में मुकदमा वापसी के लिए अर्जी दी गई है। फिलहाल कोर्ट ने मुकदमा वापसी की अर्जी पर कोई फैसला नहीं दिया है।
7 सितंबर 2013 को नंगला मंदौड़ की महापंचायत के बाद कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा, विधायक संगीत सोम और कपिल देव के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
इन तीनों बीजेपी नेताओं पर भड़काऊ भाषण, धारा 144 का उल्लंघन, आगजनी और तोड़फोड़ की कई धाराएं लगाई गई थीं।