मुंबई : महाराष्ट्र के भंडारा जिले के सरकारी अस्पताल में शनिवार तड़के दर्दना हादसा हो गया। अस्पताल में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने भंडारा जिला कलेक्टर को इस घटना की जांच करने और 48 घंटे के भीतर तथ्यात्मक कार्रवाई रिपोर्ट भेजने के लिए पत्र लिखा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह समेत अन्य नेताओं ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट करके कहा, ‘महाराष्ट्र के भंडारा में हुए अग्नि हादसे में शिशुओं की असामयिक मृत्यु से मुझे गहरा दुख हुआ है। इस ह्रदय विदारक घटना में अपनी संतानों को खोने वाले परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।’ पीएम मोदी ने ट्वीट करके कहा, ‘महाराष्ट्र के भंडारा में दिल दहला देने वाली घटना हुई है। हमने कई बहुमूल्य नौजवान जिंदगियों को खो दिया। मेरे विचार सभी शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। उम्मीद है कि घायल जल्द से जल्द ठीक होंगे।’
अमित शाह ने ट्वीट करके कहा, ‘महाराष्ट्र के भंडारा जिला अस्पताल में लगी आग दुर्घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं अपने दर्द को शब्दों में बयां नहीं कर सकता। मेरे विचार और संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। भगवान उन्हें इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति दे।’ राहुल गांधी ने राज्य सरकार से मृतकों और घायलों के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने की अपील की। बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस की सरकार है। उन्होंने ट्वीट करके कहा, ‘महाराष्ट्र के भंडारा जिला सामान्य अस्पताल में आग लगने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना बेहद दुखद है। उन बच्चों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना, जिन्होंने अपनी जान गंवाई। मैं महाराष्ट्र सरकार से अपील करता हूं कि वे घायलों और मृतकों के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करें।’
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO)के अनुसार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जिला अस्पताल में आग लगने की घटना को लेकर स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के साथ-साथ भंडारा जिले के जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से बात की। उन्होंने जांच का भी आदेश दिया है। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने एलान किया है कि भंडारा जिला अस्पताल में आग लगने की घटना में मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा, ‘मुझे प्रथम दृष्टया के आधार पर भंडारा अस्पताल में आग लगने का का कारण शॉर्ट सर्किट बताया गया है। 10 बच्चों में से 3 की मौत आग से हुई, जबकि 7 की मौत धुएं के कारण हुई। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।’
वहीं महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘मैं भंडारा ज़िला अस्पताल के सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट (SNCU) में आग लगने की घटना में तत्काल जांच की मांग करता हूं। मैंने सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को भी कहा है, जो जिम्मेदार हैं उन पर हत्या का आरोप लगाया जाना चाहिए। अगर महाराष्ट्र में ऐसे और अस्पताल हैं, तो उनका फायर शेफ्टी ऑडिट किया जाना चाहिए। सरकार को मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की मुआवजा राशि का भुगतान करना चाहिए।’
बता दें कि शनिवार तड़के महाराष्ट्र के भंडारा जिले के एक अस्पताल की सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट में आग लगने से दस नवजात शिशुओं की मौत हो गई। शिशुओं की उम्र एक महीने से तीन महीने के बीच थी। जिला सिविल सर्जन प्रमोद खांडते ने कहा कि यूनिट में 17 बच्चे थे, जिनमें से सात को बचाया लिया गया। फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर अस्पताल में लोगों की मदद से बचाव कार्य शुरू किया। भंडारा के जिला कलेक्टर संदीप कदम ने कहा कि रात को करीब डेढ़ से दो बजे के बीच आग लगी मामले में विस्तृत जांच की जाएगी और घटना का कारण पता लगाया जाएगा।