भोपाल। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में मकान बनाकर रह रहे व्यक्तियों को सरकार रहवासी भूमि का मालिकाना हक देगी। इसके लिए कानून बनाया जाएगा। इसमें विवाद रहित भूमि का स्वामित्व भू-स्वामी का होगा। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को राजस्व विभाग की समीक्षा के दौरान कही। साथ ही बताया कि किसान कल्याण योजना के तहत बीस लाख किसानों को दो-दो हजार रुपये जल्द दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने बताया प्रदेश में स्वामित्व योजना के तहत गांवों में आबादी का सर्वे किया जा रहा है।
उन्होंने इसे तेजी के साथ करने के निर्देश देते हुए बताया सर्वे 22 हजार 580 गांवों में होगा। इसमें मकान की जमीन का स्वामित्व दिया जाएगा। इससे बैंक ऋण लेने सहित अन्य सुविधाएं मिलने लगेंगी। यह अधिकार देने के लिए लैंड टाइटलिंग प्रणाली क्रियान्वित की जाएगी। इसके लिए कानून बनाया जाएगा। भूमि के नक्शों के डिजिटलाइजेशन तीन साल में पूरा करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए हैं। राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया प्रदेश में भू-अभिलेखों की ऑनलाइन प्रति देने की सुविधा भी प्रारंभ की गई है।
3224 सोलर पंप लगाकर देश में अव्वल रहा मध्य प्रदेश
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अभियान के तहत मध्य प्रदेश 3,224 सोलर पंप लगाकर देश में अव्वल हो गया है। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग ने प्रवासी श्रमिकों की सहायता के लिए 24 जिलों में 3,490 सोलर पंप लगाने का लक्ष्य रखा था। विभाग ने 92.4 फीसद लक्ष्यfarmaला। अभियान में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, राजस्थान और झारखंड के 116 जिलों का चयन प्रदेश लौटे मजदूरों को रोजगार देने के लिए किया गया था। इसमें प्रदेश के बालाघाट, झाबुआ, टीकमगढ़, छतरपुर, रीवा, सतना, सागर, पन्नाा, भिंड, आलीराजपुर, बैतूल, खंडवा, शहडोल, धार, डिंडौरी, कटनी, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, खरगोन, शिवपुरी, बड़वानी, सीधी और सिंगरौली जिले शामिल हैं। अभियान में सोलर पंप लगाने के अलावा सामुदायिक शौचालय, आंगनबाड़ी, कुआं निर्माण, ग्रामीण मंडी, पशु शेड, पंचायत भवन, पौधारोपण सहित 25 काम कराए गए।
बालिकाओं की सुरक्षा और पोषण के लिए चलेगा ‘पंख” अभियान
‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” योजना के तहत राज्य सरकार राष्ट्रीय बालिका दिवस (24 जनवरी) पर ‘पंख” अभियान शुरू कर रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसका शुभारंभ करेंगे। वे इस मौके पर प्रदेशभर में 435 नए आंगनबाड़ी केंद्रों और 12 वन स्टॉप सेंटर का लोकार्पण भी करेंगे। अभियान के तहत ग्राम स्तर पर सरकार बालिकाओं की सुरक्षा, पोषण, जागरुकता और स्वास्थ्य एवं स्वच्छता को लेकर सामुदायिक पहल करेगी। अभियान के तहत शिक्षा, सामाजिक कल्याण, चिकित्सा विभाग किशोरियों के स्वास्थ्य, शिक्षा और सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाएंगे। इसके तहत डाटाबेस तैयार कर उनके विकास की मॉनीटरिंग की जाएगी। पुलिस विभाग के साथ समन्वय बनाकर किशोरियों को उनकी रुचि अनुसार आत्मरक्षा का प्रशिक्षण और पंचायत स्तर पर वोकेशनल ट्रेनिंग भी दी जाएगी।