नई दिल्ली : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बीच राजधानी दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू फैल गया है। ऐसे में नॉनवेज के शौकीन लोगों के सामने खान-पान को लेकर समस्या है कि वे इन दिनों अंडा और चिकन का सेवन करें या नहीं। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने इन लोगों को ध्यान में रखते हुए गाइडलाइन जारी की है।
आप भी जानिए FSSAI ने कौन-सी सावधानियां बरतने की अपील की है…
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने लोगों और खाद्य व्यवसायियों से आग्रह किया है कि वे घबराएं नहीं। साथ ही सुरक्षित खपत के लिए मुर्गी के मांस और अंडे की उचित हैंडलिंग और अच्छे से खाना पकाने के लिए सुनिश्चित करने को कहा है। एफएसएसएआई ने खुदरा मांस की दुकानों पर और उपभोक्ताओं द्वारा और पोल्ट्री मांस को संभालने या संसाधित करने में सावधानी बरतने का सुझाव दिया है।
FSSAI की ओर से जारी इन दिशा-निर्देश का करें पालन
- बर्ड फ्लू के प्रकोप वाले क्षेत्रों से लाए गए मांस और अंडे को कच्चा या आंशिक रूप से पका कर न खाएं। आधे उबले अंडे और अधपके चिकन खाने से बचें।
- कच्चे मांस को खुले में नहीं रखना चाहिए और कच्चे मांस के साथ सीधे संपर्क में नहीं आना चाहिए।
- नंगे हाथों से मृत पक्षियों को छूने से बचें। कच्चे चिकन को लेते समय मास्क और दस्ताने का उपयोग करें।
- बर्ड फ्लू संक्रमित क्षेत्रों से प्राप्त अंडे या मुर्गी के मांस न खरीदें। संक्रमित क्षेत्रों में मुर्गी बेचने वाले खुले बाजारों में जाने से भी बचना चाहिए।
- खुदरा दुकानों को एवियन इन्फ्लूएंजा के प्रकोप वाले क्षेत्रों से किसी भी जीवित या मृत पोल्ट्री पक्षियों को नहीं लाना चाहिए। इसे खाद्य श्रृंखला में प्रवेश करने की अनुमति भी नहीं देनी चाहिए।
- लोगों को कच्चे पोल्ट्री या पोल्ट्री उत्पादों की हैंडलिंग और तैयारी के दौरान दस्ताने और मास्क का उपयोग करना चाहिए।
- चिकन और अंडा कुक करते समय बार-बार हैंडवॉश करते रहें।
- कच्चे मांस के संपर्क में आने वाली सभी सतहों और बर्तनों को धोकर कीटाणुरहित किया जाना चाहिए।
- चाकू और कटिंग बोर्ड को दो पक्षियों को काटने और मारने के बीच साफ किया जाना चाहिए। खुदरा पोल्ट्री दुकानों सेउत्पन्न सभी कचरे का उचित निपटान किया जाना चाहिए।