भोपाल : वर्तमान में कोई वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है। उत्तर भारत के पहाड़ों पर बर्फ की मोटी चादर बिछी हुई है। वहां से आ रही सर्द हवाओं के कारण राजधानी भोपाल सहित पूरे प्रदेश में तेजी से तापमान में गिरावट हो रही है। इसी क्रम में मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात प्रदेश में सबसे कम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस पचमढ़ी में रिकॉर्ड किया गया। रायसेन में न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं भोपाल में न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस कम रहा।
राजधानी में सर्दी के इस सीजन के दौरान प हली बार शीतलहर चली। मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि पिछले दिनों पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर भारत में जबरदस्त बर्फबारी हुई है। वर्तमान में किसी वेदर सिस्टम के सक्रिय नहीं रहने से हवाओं का रुख भी उत्तरी और उत्तर-पूर्वी हो गया है। लगभग 20 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से सर्द हवाएं चलने से राजधानी सहित पूरे प्रदेश में दिन और रात के तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। इसी क्रम में मंगलवार को राजधानी में अधिकतम तापमान 21.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यह सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस कम रहा। मंगलवार को भोपाल में कोल्ड-डे रहा। बुधवार को न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ, यह सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस कम रहा।
साथ ही मंगलवार के न्यूनतम तापमान 7.9 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले 2.1 डिग्री सेल्सियस कम रहा। भोपाल में शीतलहर चली। साहा के मुताबिक मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात भोपाल, इंदौर, उज्जैन संभाग शीतलहर की चपेट में रहे। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के मुताबिक आंध्रा कोस्ट पर एक प्रति-चक्रवात बन गया है। इस सिस्टम के कारण छत्तीसगढ़ और उससे लगे पूर्वी मध्य प्रदेश में बंगाल की खाड़ी से नमी मिलने की संभावना है। इससे गुरुवार से पूर्वी मध्यप्रदेश में बादल छाने के आसार हैं। इस वजह से न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी होने की संभावना है।