नई दिल्ली : केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने रविवार को कृषि कानूनों पर शरद पवार के रुख को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि शरद पवार एक अनुभवी राजनेता और पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री हैं, जिन्हें कृषि से संबंधित मुद्दों और समाधानों के बारे में अच्छी जानकारी प्राप्त है।
तोमर ने कहा कि शरद पवार भी पहले इसी तरह के कृषि कानूनों के पक्षधर थे और इसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत भी की थी। लेकिन अब पवार जिस तरह से अपना पक्ष रख रहे हैं, मुझे हैरानी हो रही है कि वह सब कुछ जानते हुए किसानों के सामने तथ्यों को गलत तरीके से बता रहे हैं। मेरे ख्याल से अब उनके पास सही तथ्य आ गए हैं, मुझे उम्मीद है कि वह अपना रुख भी बदलेंगे और हमारे किसानों को लाभ भी बताएंगे।
बता दें कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कृषि कानूनों पर शनिवार को एक बार फिर सवाल उठाया। पवार ने कहा कि ये कानून एमएसपी पर उल्टा असर डालेंगे और मंडी व्यवस्था को कमजोर करेंगे। पवार ने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान, विशेष बाजार स्थापित करने के लिए मसौदा एपीएमसी नियमावली 2007 तैयार की गई थी, ताकि किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए उचित मंच उपलब्ध कराया जा सके और किसानों के हितों को देखते हुए मौजूदा मंडी प्रणली को मजबूत करने के लिए हमारी तरफ से सावधानी बरती गईं।
उन्होंने कहा कि वह संशोधित आवश्यक वस्तु अधिनियम को लेकर भी चिंतित हैं।उन्होंने कहा, अधिनियम के मुताबिक, यदि बागवानी उत्पाद की दरों में 100 प्रतिशत की वृद्धि हो जाती है और न सड़ने- गलने वाली वस्तुओं की कीमतें 50 फीसदी तक बढ़ जाती है, तो इस सूरत में ही सरकार मूल्य नियंत्रित करने के लिए हस्तक्षेप करेगी।