नई दिल्ली : तीन कृषि कानूनों के मुद्दे संसद में लगातार हो रहे हंगामे के बीच सरकार और विपक्ष में राज्यसभा में चर्चा को लेकर सहमति बन गई है। किसानों आंदोलन और कृषि कानून पर राज्यसभा में अब 15 घंटे तक चर्चा होगी। मंगलवार को किसानों के मुद्दे पर राज्यसभा में भारी हंगामा देखने को मिला था, उसके बाद आज बुधवार को सरकार और विपक्ष के बीच सदन में इस मसले पर 15 घंटे तक चर्चा करने को लेकर सहमति बनी है।
गौरतलब है कि किसानों के मुद्दे पर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान चर्चा होगी। धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का समय भी बढ़ाकर 10 से 15 घंटा कर दिया गया है। केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच सहमति बन गई है और विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद चर्चा का समय 5 घंटा और बढ़ाने पर सहमत हो गए है।
उधर राज्यसभा में हंगामा कर रहे आम आदमी पार्टी के सदस्यों को सभापति वेंकैया नायडू ने निलंबित कर दिया है। उपराष्ट्रपति वेकैंया नायूड ने सांसद संजय सिंह, सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता को मार्शल बुलाकर राज्यसभा से बाहर कर दिया। तीनों सांसदों को पूरे दिन की कार्यवाही के लिए सदन से निष्कासित कर दिया गया है। इससे पहले भी राज्यसभा की कार्यवाही को थोड़ी देर के लिए स्थगित कर दी गई थी।
राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने सदन की कार्रवाई के दौरान संसद सदस्यों को मोबाइल फोन के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी दी और कहा कि सदन में सेल्युल फोन का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। कुछ सदस्य मोबाइल फोन से सदन की कार्यवाही रिकॉर्ड कर रहे हैं। सांसदों द्वारा इस तरह का व्यवहार संसदीय मर्यादा के खिलाफ है
कांग्रेस के सांसद गुलाम नबी आज़ाद और आनंद शर्मा ने राज्यसभा में किसान आंदोलन पर सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया है। वहीं कांग्रेस सांसद राजीव सातव ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर शून्यकाल नोटिस दिया है।