लंदन : आमतौर पर जनवरी-फरवरी में ब्रिटेन का तापमान 9 से 10 डिग्री रहता है। लेकिन इस साल सर्दी ने पिछले 66 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। गुरुवार यानी 11 फरवरी की रात यहां सबसे ठंडी रही। तापमान माइनस 23 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक, डेढ़ महीने में 18 फीट बर्फ गिर चुकी है। ऐसे में साइबेरिया से 90 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही हवाओं ने ठंड बढ़ा दी है।
लगातार गिर रहे तापमान के कारण 60 साल में पहली बार टेम्स नदी भी जम गई है। मौसम विभाग ने बताया कि आगामी 3 दिन ब्रिटेन पर भारी पड़ेंगे, क्योंकि बर्फबारी के साथ तापमान में भारी गिरावट होगी। स्कॉटलैंड और इंग्लैंड में भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की गई है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, लगातार बर्फबारी के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। 700 से ज्यादा सड़कें बंद हैं। बिजली गुल होने का खतरा भी बना हुआ है। मालूम हो, ब्रिटेन में इससे पहले 23 फरवरी 1955 को माइनस 20 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था।
ठंड और बर्फबारी का सीधा असर वैक्सीनेशन पर भी : ब्रिटेन पर कोरोना का खतरा भी अधिक है। देश में कई वैक्सीनेशन सेंटर बनाकर वैक्सीन लगाई जा रही है। लेकिन बर्फबारी का असर इस पर भी पड़ रहा है। बर्फबारी के कारण 10 से ज्यादा सेंटर बंद हो चुके हैं। हालांकि, नेशनल स्वास्थ्य सेवा की ओर से बताया गया कि सभी वैक्सीन केंद्र खुले रहेंगे, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा सके।