भोपाल: कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में प्रदेश में 186 केंद्रों पर 1 मार्च से 60 वर्ष और 45 से 59 वर्ष की आयु के गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके लिए 148 सरकारी और 38 निजी केन्द्रों को वैक्सीनेशन सेंटर बनाया गया है।
सरकारी केंद्र पर वैक्सीन मुफ्त लगेगी, जबकि निजी सेंटर पर 250 रुपए (100 रुपए सर्विस चार्ज और 150 रुपए प्रति डोज) देने होंगे। इस संबंध में रविवार को स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने जानकारी दी। उन्होंने बताया, इन सभी अस्पतालों पर नागरिकों को स्लॉट बुकिंग करने की सुविधा उपलब्ध होगी। यानी अपनी इच्छानुसार तारीख और समय के स्लॉट पर टीकाकरण के लिए अपॉइंमेंट बुक कर सकेंगे। इसके लिए वैक्सीनेशन सेंटर्स में आगामी एक सप्ताह में लगने वाले सत्रों और उनमें बुकिंग के लिए उपलब्ध स्लॉट कोविड-2.0 पोर्टल पर प्रदर्शित होंगे।
ऐसे कराएं पंजीयन
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए नागरिक को केवल फोटो युक्त पहचान पत्र की आवश्यकता होगी। पंजीयन में नागरिक के आधार कार्ड आधारित सत्यापन की भी व्यवस्था है। कोविड वैक्सीनेशन सेंटर पर नागरिक उसी पहचान-पत्र के साथ उपस्थित होना होगा, जिस पहचान-पत्र के साथ उनके द्वारा पंजीयन कराया गया है।
7 लाख डोज प्रदेश को मिले
मंत्री ने बताया, प्रदेश को दूसरे चरण के वैक्सीनेशन के लिए प्रदेश को 16.63 लाख डोज आवंटित किए गए हैं, जिसमें 7 लाख डोज मिल गए हैं। चौधरी बोले कि आने वाले दिनों में वैक्सीनेशन साइट की संख्या 5 हजार तक पहुंचाएंगे। आने वाले दिनों में चरणबद्ध तरीके से आगामी माह में उप स्वास्थ्य केन्द्र तक समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और उप स्वास्थ्य केन्द्र कोविड वैक्सीनेशन सेंटर्स के रूप में चिन्हित करते हुए वैक्सीनेशन प्रारंभ किया जाएगा।
हेल्थ केयर वर्कर्स भी लगा सकेंगे वैक्सीन
हेल्थ केयर वर्कर्स व फ्रंट लाइन वर्कर्स जिनका किसी कारण से कोविन पोर्टल पर पूर्व में रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया था। उनका भी केन्द्र स्थल पर पंजीयन सुविधा के माध्यम से वैक्सीनेशन किया जा सकता है।
गंभीर बीमारी मरीज के लिए जरूरी है प्रमाणपत्र
वैक्सीन लगाने के लिए 45 से 59 वर्ष की आयु के ऐसे व्यक्ति जो गंभीर और लंबे समय तक चलने वाली बीमारी से पीड़ित हैं, उनको स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा निर्धारित प्रारूप में मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के अंतर्गत पंजीकृत मेडिकल प्रैक्टिसनर्स का जारी किया गया प्रमाण पत्र लाना अनिवार्य होगा, तभी उनका वैक्सीनेशन हो सकेगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने 20 प्रकार की बीमारियों को चिन्हित किया है। वैक्सीनेशन के लिए 1 जनवरी 2022 की स्थिति से आयु सीमा का निर्धारण किया जाएगा। यानी इस तारीख को 60 वर्ष की आयु पूर्ण करने वालों का वैक्सीनेशन होगा। इस उम्र के प्रदेश में अनुमानित 71.62 लाख नागरिक हैं।
पहले चरण में मप्र देश में दूसरे स्थान पर
वैक्सीनेशन के प्रथम चरण में 6.51 लाख यानी 85 % हेल्थ केयर वर्कर्स व फ्रंट लाइन वर्कर्स को संयुक्त रूप से प्रथम डोज व 1.60 लाख हेल्थ केयर्स यानी 46 प्रतिशत को द्वितीय डोज से लाभान्वित किया जा चुका है। हेल्थ केयर वर्कर्स व फ्रंट लाइन वर्कर्स के प्रथम डोज में मध्यप्रदेश देश में दूसरे स्थान पर है।