गर्दन खिड़की के बाहर के द़ृश्य पर ठहरी है
रगड़ रही है रसोई में वह बहुत सारे बर्तन
नयी धुनों पर सवार सीटियों की ध्वनि पर
रोज़ उसे आकर छेड़ते हैं
फ़ोटीनिया,चेरी,पेड़ों के साथ-साथ बादल और सूरज भी
प्रसन्नता में आह्लादित गुलाबी तो हो गई है वह
पर दुविधा में भी है बहुत
कि
कौन है उसका विशुद्ध प्रेमी?
स्टील का वह स्क्रब
जो बर्तन की स्वच्छता में निमग्न होने के बाद भी
विगत की चादर के छोर ढूंढने में गुम
वास्तविक औरत के मन का छोर ढूंढ लाता है
या फिर
नल से बहता नुकीला अपराजेय पानी
जो जहां से गुज़रे
अशुद्धियों के कुरूप खंडहरों को ध्वस्त करता है
अपनी बिदाई में रखता है साहस के प्रज्जवलित दिए
एक अमिट प्रकाश-
और अब तक की अपनी जीवन यात्रा का
हवन करती है बर्तन धोती औरत
समर्पित करती है जिसमेंवह
आत्मविश्वास का घी,
सुखद स्मृतियों के अक्षत,
अपनी मधुरता का थोड़ा सा शहद,
कांपते हुए दुखों के तिल के साथ
अपनी प्रतिभाओं के पंचमेवे
कमी नहीं रखना चाहती वह किसी भी तरह की
बहुत समझदारी से ऋतुफल भी डाले हैं उसने मोहभंग के
फिर…आत्मबोध की अग्नि जलने लगी है आज्ञा चक्र पर
और वह धूम्र मेघ बनी उड़ रही है स्वच्छन्द
बरस रही है थोड़ी-थोड़ी धरा पर
भाग- 2
आज सारे मर्तबानों पर असंख्य सुनहरे कंदील झिलमिला रहे हैं
आज उसका तंत्रिका तंत्र मना रहा है एक साथ कई त्योहार
उसके हाथों की दृष्टि ज़रा और तीक्ष्ण हुई है आज
सहन नहीं हो रहा आज उसे एक भी जूठा बर्तन
इसलिए दिन के सारे उत्तरदायित्व भी
अपने लक्ष्य संधान के बाद
रात की मखमली नींद पर
नवल योजनाओं का बिस्तर डाले सो गए हैं
इसलिए स्वप्न यात्रा के आरंभ से कुछ क्षण पूर्व
शयन कक्ष में लगे दर्पण के चेहरे से
गायब है उसकी खिल्ली उड़ाने वाली हंसी
क्योंकि अपनी शुचिता का यशस्वी चेहरा
स्ष्ट दिख रहा है उसे आज
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लेखिका -तिथि दानी (ढोबले)
किताब- पहला कविता संग्रह –‘प्रार्थनारत बत्तखें’भारतीय ज्ञानपीठ से 2018 में प्रकाशित कविता संग्रह।दूसरी किताब –2019 में सर्व भाषा ट्रस्ट से प्रकाशित ‘हां क़ायम हूं मैं’ काव्य संकलन में कविताएं शामिल। प्रोफेसर अपरा तिवारी के संपादनव लेखन में एक अंग्रेज़ी पुस्तक ‘माय अमेज़िंग रोल मॉडल’में अंग्रेज़ी आलेख शामिल।
सम्मान – भारतीय उच्चायोग, लंदन की डॉ. लक्ष्मीमल्ल सिंघवी हिदी साहित्य प्रकाशन अनुदान योजना के तहत पहले कविता संग्रह कीपांडुलिपि सम्मानित।
आधारशिला फाउंडेशन का ‘हिंदी गौरव सम्मान’
म.प्र. साहित्य सम्मेलन का प्रतिष्ठित ‘वागीश्वरी सम्मान’।
कॉलेज में अध्यापन, आकाशवाणी में कंपियरिंग, विभिन्न पत्रिकाओंके बाद पी7 न्यूज़ चैनल और फिर नई दुनिया में पत्रकारिता।यूके में 1 वर्ष शेफ के तौर पर काम।
संप्रति- फिलहालटेलेंट अक्वीज़ीशन स्पेशलिस्ट के तौर पर नियुक्त, स्वतंत्र लेखन व अनुवाद
निवास- रेडिंग (य़ूके)
email -tithidani@hotmail.com
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