नई दिल्ली : घरेलू शेयर बाजार बुधवार को भारी गिरावट के साथ बंद हुए। यूएस फेड रिजर्व के नीतिगत दरों की घोषणा से पूर्व निवेशकों के सतर्क रुख अपनाने से शेयर बाजारों में टूट देखने को मिली। BSE का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक Sensex 562.34 अंक या 1.12 फीसद की टूट के साथ 49,801.62 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह NSE Nifty 189.20 अंक यानी 1.27% फीसद लुढ़ककर 14,721.30 अंक के स्तर पर बंद हुआ। सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान के साथ बंद हुए। इनमें निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स चार फीसद तक फिसल गया।
निफ्टी पर ओएनजीसी, बीपीसीएल, टाटा मोटर्स, अडाणी पोर्ट्स और कोल इंडिया के शेयर सबसे ज्यादा गिरावट के साथ बंद हुए। दूसरी ओर, आईटीसी, टीसीएस, इन्फोसिस और एचडीएफसी के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। Sensex पर ओएनजीसी के शेयर का भाव 4.95 फीसद तक फिसल गया। एनटीपीसी, सन फार्मा, एसबीआई, इंडसइंड बैंक, रिलायंस, बजाज ऑटो और डॉक्टर रेड्डीज के शेयरों में भी दो फीसद से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई।
इनके अलावा बजाज फाइनेंस, एशियन पेंट्स, टाइटन, एचसीएल टेक, कोटक महिंद्रा बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, नेस्ले इंडिया, पावरग्रिड, लार्सन एंड टुब्रो, एक्सिस बैंक, मारुति, भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक, बजाज फिनजर्व, आईसीआईसीआई बैंक, टेक महिंद्रा, महिंद्रा एंड महिंद्रा और हिन्दुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड के शेयर लाल निशान के साथ बंद हुए। दूसरी ओर आईटीसी, इन्फोसिस, टीसीएस और एचडीएफसी के शेयर ही हरे निशान के साथ बंद हुए।
जानिए शेयर बाजारों में गिरावट की वजह
एलकेपी सिक्योरिटीज में प्रमुख (शोध) एस रंगनाथन के मुताबिक FOMC की बैठक से पहले बैंक निफ्टी में लगातार तीसरे दिन गिरावट देखने को मिली। इससे शेयर बाजार बुधवार को करीब 1.5 फीसद तक टूट गए। धातु और पीएसयू स्टॉक में मुनाफावसूली का रुख देखने को मिली। बाजार में बड़े निवेशकों ने मूल्य आधारित लिवाली की। इसकी वजह यह है कि निवेशक अब टीकाकरण की गति में तेजी की उम्मीद कर रहे हैं।