इटावा: इटावा जिले के चकरनगर में कागजातों में हेराफेरी कर मृतक ससुर की पत्नी बनकर 20 साल से अधिक समय से पेंशन ले रही बहू विद्यावती को सहसों थाना पुलिस ने शुक्रवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट में पेश किया। पुलिस 22 मार्च को फिर विद्यावती को हाईकोर्ट में पेश करेगी। तब तक कोर्ट के आदेश पर उसे नारी निकेतन इटावा भेजा गया है।
कोर्ट ने 48 घंटे के भीतर पुलिस से जांच रिपोर्ट भी मांगी है। सहसों थानाध्यक्ष मदन लाल गुप्ता ने बताया कि सिंडौस गांव निवासी गंगाराम सिंह राजावत राजपूत रेजीमेंट की फतेहगढ़ यूनिट में सिपाही थे। वर्ष 1985 में उनकी ड्यूटी के दौरान मौत हो गई थी। गंगाराम की पत्नी शकुंलता की पति से पहले ही मौत हो चुकी थी।
इनका बेटा अमोल सिंह व बहू विद्यावती परिवार के साथ गांव में रहते हैं। आरोप है कि गंगाराम की मौत के बाद कागजों में हेराफेरी करके विद्यावती गंगाराम की पत्नी शकुंतला देवी बन गई। इसके बाद करीब 20 वर्ष से अधिक तक वह शकुंतला के नाम पर पेंशन ले रही थी।
इसकी भनक एक फौजी को लगी, तो उसने सैनिक कल्याण बोर्ड में इसकी शिकायत की। सैनिक कल्याण बोर्ड ने मामले में प्रयागराज हाईकोर्ट में मामले की शिकायत दर्ज कराई। कोर्ट ने इस संबंध में पिछले दिनों इटावा पुलिस को नोटिस जारी कर महिला को कोर्ट में पेश कराने का आदेश दिया था।
मामला चर्चा में आने के बाद विद्यावती घर से फरार हो गई। उसकी तलाश में सहसों थाना पुलिस ने लखना, महेवा, बकेवर, भिंड समेत स्थानों पर दबिशें दीं। सहसों पुलिस ने गुरुवार को सहसों क्षेत्र से उसे पकड़ लिया। शुक्रवार को पुलिस ने उसे हाईकोर्ट में पेश किया।
वहां बयान दर्ज कराने के कोर्ट ने मामले की सुनवाई की तारीख 22 मार्च मुकर्रर की। साथ ही विद्यावती को अग्रिम आदेश तक इटावा के नारी निकेतन में रखने के आदेश दिए। थाना प्रभारी ने बताया कि कोर्ट ने पुलिस को 48 घंटे के भीतर मामले की जांच रिपोर्ट पेश करने के आदेश भी दिए हैं। कोर्ट के आदेश के मुताबिक आगे की कार्रवाई की जाएगी।