नई दिल्लीः भारतीय सीरम संस्थान (एसआईआई) बच्चों के लिए नोवावैक्स टीके का क्लीनिकल ट्रायल शुरू करने की योजना बना रहा है। सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि संस्थान इस कोविड-19 रोधी टीके का ट्रायल जुलाई से शुरू कर सकता है। इसके साथ ही सूत्रों ने बताया कि एसआईआई कोवावैक्स को भारत में सितंबर तक ला सकता है। कोवावैक्स, नोवावैक्स की संभावित कोविड वैक्सीन का एक संस्करण है।
Serum Institute of India plans to start clinical trials of the Novavax shot for children in July: Sources
— ANI (@ANI) June 17, 2021
इससे पहले केंद्र सरकार ने भी कोविड-19 के खिलाफ नोवावैक्स टीके की प्रभावशीलता के आंकड़ों को आशाजनक और उत्साहवर्धक बताया था। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने एक प्रेसवार्ता में कहा था कि सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़े यह संकेत भी देते हैं कि नोवावैक्स टीका सुरक्षित है और बेहद प्रभावी है।
उन्होंने कहा था, लेकिन जो तथ्य आज के लिए इस टीके को प्रभावी बनाता है वह यह कि टीके का उत्पादन भारत में सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा किया जाएगा। कि सीरम इंस्टीट्यूट की ओर से तैयारी का काम पहले ही पूरा कर लिया गया है और वे व्यवस्था को पूरी तरह दुरुस्त बनाने के लिये परीक्षण कर रहे हैं जो पूर्ण होने के उन्नत चरण में है।
नोवावैक्स ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा था कि उसकी योजना इसे चिकित्सा जर्नल में प्रकाशित करने की है जहां स्वतंत्र विशेषज्ञ इसकी जांच करेंगे। बयान के अनुसार, टीका शरीर को कोरोना वायरस पहचानने, खासकर इसे ढकने वाले स्पाइक प्रोटीन की पहचान करने के लिए प्रशिक्षित करता है और वायरस से लड़ने के लिए तैयार करता है।
नोवावैक्स प्रायोगशाला में बनाए गए उस प्रोटीन की प्रतियों से तैयार की गई है और यह अभी बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हो रहे कुछ अन्य टीकों से अलग है। इस टीके को फ्रिज के मानक तापमान पर रखा जा सकता है और यह वितरण करने में आसान है।