खंडवा : खंडवा के एक शूटिंग क्लब के तीन खिलाड़ियों ने राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में सिल्वर और कंस पदक जीत कर खंडवा का मान बढ़ाया हैं। अब इन निशानेबाज खिलाड़ियों का टारगेट ओलम्पिक में खेल कर देश के लिए सोना जीतना हैं।
खंडवा की दो बेटिया सानिया और मरिया अंजुम इन्होंने शूटिंग चैम्पियनशिप इंदौर और फिर जबलपुर में हिस्सा लिया। इनके साथ ही इनके विक्ट्री शूटिंग क्लब के ही एक लड़के ने भी ब्रॉन्ज़ मेडल जीतकर चार चाँद लगा दिए। सिल्वर मैडल जितने वाली सानिया के पिता मजदूरी का काम करते हैं। सानिया ने भी अख़बार में पढ़ कर शूटिंग के बारे में जाना था बस यही से उसने अपने पिता के साथ आकर शूटिंग क्लब ज्वाइन कर लिया काम उम्र में ही सानिया का निशान अचूक हैं। सानिया ने पहले इंदौर में ब्रॉन्ज़ और जबलपुर में सिल्वर मैडल हासिल कर दिखा दिया के आपका लक्ष अगर स्पष्ट होतो निशाना अचूक होता हैं। ऐसी ही कहानी मरिया की भी हैं मरिया ने अपने पिता से निशानेबाजी का गुर सीखा और अब और अपने पिता से भी अच्छा निशाना लगाने लगी हैं। हालांकि इन निशानेबाज खिलाड़ियों के पास संसाधन पर्याप्त नहीं हैं लेकिन इनके हौसलों के आगे टारगेट भी छोटा पड़ जाता है।
बतादें पहले कोई शूटिंग क्लब नहीं था। लेकिन कुछ समय पहले ही इंदौर से खंडवा लौटे निशानेबाज़ कासिफ ने खंडवा में विक्ट्री क्लब की नीव रखी। शूटिंग का खेल खर्चीला होने के साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से भी अहम् होता हैं। इसलिए इस खेल में कम ही लोग भाग लेते हैं। लेकिन इन माध्यम वर्गीय बच्चों को कम संसाधन बेहतर निशानेबाज बनाना भी किसी बड़े टारगेट से कम नहीं हैं। इतने कम संसाधनों के बाद भी खंडवा का यह पहला शूटिंग क्लब अपने छात्रों को बेहतर निशानेबाजी सीखा रहा हैं।
निशानेबाजी का प्रयास करते ये बच्चे निश्चित दिन देश के लिए सोना जरूर जीत कर लाएंगे