चंडीगढ़ : पंजाब कांग्रेस की कलह यथावत है। पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पार्टी छोड़ चुके हैं और पंजाब लोक कांग्रेस के नाम से नई पार्टी बनाने की घोषणा कर चुके हैं। मंगलवार को सोनिया गांधी को भेजे अपने इस्तीफे में कैप्टन ने पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू पर निशाना साधते हुए उन्हें पाकिस्तान प्रेमी बताया था। अब इस पर नया विवाद छिड़ गया है।
कैप्टन के सिद्धू पर वार से तिलमिलाए पंजाब सरकार के मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने बुधवार को कैप्टन पर निशाना साधा। उन्होंने अपने टि्वटर हैंडल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ की गले मिलते फोटो शेयर की और कैप्टन से पूछा कि प्रिय कैप्टन अमरिंदर साहब, कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे पत्र में आपने पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू को पाक सेना प्रमुख और पाक पीएम के साथ गले मिलने की घटना को पार्टी छोड़ने का कारण बताया। अब आप किसान विरोधी भाजपा के साथ ‘सीट साझा’ कर रहे हैं, यहां कुछ तस्वीरें हैं। वहीं सिद्धू के दोस्त परगट सिंह ने ट्वीट किया कि क्या विडंबना है। कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी न तो पंजाबियों के लिए है, न लोक के लिए और कांग्रेस तो निश्चित तौर पर नहीं है।
Dear @capt_amarinder Sahab,
In ur letter to Hon’ble Congress President u cited @INCPunjab Chief Sardar @sherryontopp ‘Hugging’ Pak Army Chief & Pak PM as ur reason to leave the party
As U now r ‘Seat Sharing’ with Anti Farmer BJP
Here r few pictures of ur new found BumChums👇🏼 pic.twitter.com/f7HwphxcQW— Amarinder Singh Raja (@RajaBrar_INC) November 2, 2021
सोनिया गांधी को भेजे आठ पेज के इस्तीफे में कैप्टन ने सिद्धू पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने लिखा था कि उनके लगातार चेताने और पंजाब के सभी सांसदों की सर्वसम्मति के बावजूद आपने पाकिस्तान प्रेमी एक अनुचर (नवजोत सिंह सिद्धू) को नियुक्त करने का फैसला किया, जिसने सार्वजनिक तौर पर पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल बाजवा और इमरान खान को गले लगाया था।
सोनिया गांधी द्वारा इस्तीफा मांगने का जिक्र करते हुए कैप्टन ने लिखा कि ‘आपको शायद यह लगा कि मैं विधायकों को किसी रिसॉर्ट में ले जाऊंगा। मेरे 52 साल के सार्वजनिक जीवन में मुझे जानने के बावजूद आपने कभी मुझे या मेरे चरित्र को नहीं समझा। आपने सोचा कि मैं वर्षों से पार्टी में चल रहा हूं तो अब मुझे दरकिनार कर देना चाहिए।’