मुंबई : शिवसेना सांसद संजय राउत ने दावा किया कि तीन विवाद कृषि कानूनों के खिलाफ साल भर के विरोध के दौरान 700 से अधिक किसानों की मौत हो गई। संजय राउत ने मांग की कि मृतक के परिजनों को पीएम केयर्स फंड से वित्तीय सहायता दी जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र ने दो दिन पहले ही तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की घोषणा की थी।
राउत बोले- पीएम केयर्स फंड में है बेहिसाब पैसा
मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने दावा किया कि दिल्ली के पास विरोध स्थल पर कई किसानों की मौत हो गई, जबकि कुछ ने आत्महत्या कर ली और अन्य पुलिस फायरिंग में मारे गए। लखीमपुर खीरी में कुछ की कुचलकर हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा कि ये सभी कृषि कानूनों का विरोध कर रहे थे।
राउत ने कहा कि सरकार को अब अपनी गलती का अहसास हो गया है और उसने कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। देश के विभिन्न हिस्सों से मांग है कि जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को आर्थिक मुआवजा दिया जाए। राउत ने कहा कि पीएम केयर्स फंड में बेहिसाब पैसा पड़ा है, इस पैसे का इस्तेमाल मृतक किसानों के परिजनों के लिए अनुग्रह राशि के रूप में किया जाना चाहिए।
किसानों से माफी मांगना काफी नहीं
उन्होंने प्रधानमंत्री के भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि किसानों से सिर्फ माफी मांगना काफी नहीं है। उनके परिवारों का समर्थन करना महत्वपूर्ण है। सर्जरी के बाद अस्पताल में स्वस्थ हो रहे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के स्वास्थ्य के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा कि ठाकरे के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। मैंने कल (शनिवार) उद्धवजी से बात की थी। हमें लगता है कि उन्हें पूरी तरह से ठीक हो जाना चाहिए और फिर काम पर लौटना चाहिए।