खंडवा : ऐसा कहा जाता है कि जेल में किसी की इंट्री हो गई तो उसका कैरियर खत्म हो जाता हैं । लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। जेल प्रशासन जेल में बंद कैदियों को मुख्यधारा से जोड़ने और उनमें सकारत्मक सोच बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा हैं। इसी के चलते खंडवा के टंट्या मामा कारागार में बंदियों के लिए स्पोर्ट्स मीट का आयोजन किया गया।
कैदियों में किस तरह से सुधार किया जाए, इसको लेकर जेल प्रशासन प्रयासरत रहता है, इसी के चलते खंडवा की जिला जेल में कैदियों के लिए एक स्पोर्ट्स मीट का आयोजन किया गया। एक सप्ताह तक चले इस आयोजन में वॉलीबॉल, बैडमिंटन, चेस और कैरम बोर्ड , जलेबी रेस जैसे खेलों को शामिल हैं, अधिकतर कैदियों की रुचि वालीबॉल देखी जा रही है। इस पुरे आयोजन में जेल स्टाफ के सदस्य भी सहभागी बने। जिला जेल अधीक्षक अदिति चतुर्वेदी पण्डे ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य बंदियों में बेहतर सामाजिक परिवर्तन लाना हैं। जेल बंदियों की मेंटल स्टेबिलिटी बनी रहती हैं। इनमें उत्साह बना रहता हैं। जिससे सभी बंदियों में सौहार्द बढ़ता हैं और मानसिक तनाव काम होता हैं। जिससे इनके जीवन में चेंज आता हैं इसीलिए इन खोलो का आयोजन किया जाता हैं।
आगे भी इन बंदियों को सुधरने के प्रयास खंडवा की जिला जेल में होते रहेंगे। सीनियर जेलर ललित दीक्षित ने बताया कि कोरोना काल में सभी का मनोबल कम हुआ है ये मनोबल बना रहे इसके लिए ही इस तरह का आयोजन किया हैं। आगे इन बंदियों को बांस से बनने वाले उत्पादों की ट्रेनिंग दी जाएंगी और उससे बनने वाले उत्पाद की बिक्री एग्जीबिशन लगा कर की जाएगी। इस ट्रेनिंग का उद्देश्य इन बंदियों को जेल से छूटने के बाद मुख्यधारा से जोड़ना हैं।
बतादें कि केंद्रीय पेट्रोलिय एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय की कंपनी इंडियन ऑयल ने भी देश की चुनिंदा जेलों में कैदियों को स्पोर्ट्स की ट्रेनिंग देने की एक परियोजना शुरू की है।परियोजना नाम “परिवर्तन” रखा गया हैं इसका उद्देश्य जेल के कैदियों को बेहतर जीवनयापन के अवसर उपलब्ध कराना है।