खंडवा : महाराणा प्रताप की प्रस्तावित मूर्ति को लेकर अब कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने आ गई हैं। कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगते हुए कहा कि भाजपा महापुरषों के नाम पर श्रेय लेने की राजनीति कर रही है। जबकि कांग्रेस ने इस मूर्ति की परमिशन कमलनाथ सरकार में ही ले ली थी। तब नगर निगम ने फंड नहीं होने का हवाला देते हुए। मूर्ति निर्माण को टाल दिया था लेकिन जब राजपूत समाज ने जनसहयोग से मूर्ति निर्माण के लिए कदम बढ़ाया तो अचानक भाजपा सांसद इस मामले में कूद गए और महाराणा प्रताप की मूर्ति लगाने का श्रेय लेने लगे।
खंडवा में टैगोर पार्क के पास महाराणा प्रताप की मूर्ति लगना प्रतावित है लेकिन मूर्ति निर्माण से पहले ही यहाँ श्रेय लेने की राजनीति शुरू हो गई। भाजपा से सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल की और से प्रेस नोट जारी भाजपा ने कहा कि टैगोर पार्क के पास महाराणा प्रताप की 10 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी। जिसकी मंजूरी शासन स्तर पर मील गई हैं। मामला मीडिया में आने के बाद कांगेस ने भी हमलावर तेवर दिखते हुए इसे श्रेय लेने की राजनीति बताया। कांग्रेस की और से दस्तावेज़ दिखते हुए कहा गया कि 2019 में जब कमलनाथ की सरकार थी तभी इस मूर्ति को लगाने की परमिशन हो गई थी लेकिन कमलनाथ सरकार जाने के बाद नगर निगम ने फंड नहीं होने का हवाला देते हुए इसे लटका दिया। इस मामले में राजपूत समाज ने अपने पैसे से महाराणा प्रताप की मूर्ति स्तापित करने का निर्णया लिया लेकिन अचानक सांसद महोदय ने प्रतावित मूर्ति को पर अपना श्रेय जताने लगे। कांगेस नेता और राजपूत समाज कि सदस्य प्रियंका (हाडा) मालवीय ने आरोप लगाया कि महाराणा प्रतिमा की साइज़ कम कर भाजपा ने महापुरषों के मान को कम करने का काम किया हैं। दूसरा जब निगम के पास फंड नहीं है तो समाज अपने पैसे से इस मूर्ति को लगाने में सक्षम हैं। निगम अपने पैसे से अन्य महापुरुषों की प्रतिमा स्थापित करे या अन्य विकास कार्यो में खर्च करे।
खंडवा संसदीय क्षेत्र में आने वाले बुरहानपुर के निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह उर्फ़ शेरा भैया भी इस मामले में कांगेस के साथ खड़े नजर आए। निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि जब 2019 में महाराणा प्रताप की मूर्ति की परमिशन हो गई है तो भाजपा जबरन उस पर श्रेय क्यों लेना चाहती हैं। जबकि राजपूत समाज ने इस मूर्ति की स्थापना के लिए पूरी तैयारी कर ली हैं। उन्होने कहा कि महाराणा प्रताप राष्ट्रीय का गौरव है ऐसे में उनकी प्रतिमा की उचाई कम कर के भाजपा उनका अपमान कर रही हैं। साथ ही राजपूत समाज के इस काम में भाजपा दख़ल अंदाजी न करें।