मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज शाम अपने निवास कार्यालय में जैन संवेदना ट्रस्ट, रायपुर द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘माटी के मितान’ का विमोचन किया। इसके लेखक श्री महेन्द्र कोचर और श्री विजय चोपड़ा हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा जनहित में संचालित योजनाओं को समाहित करते हुए इस पुस्तक के प्रकाशन पर दोनों लेखकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ में सभी वर्गो के उत्थान के लिए निरंतर कार्य कर रही है। इसमें किसान, मजदूर, व्यापारी और आदिवासी तथा कमजोर वर्ग सहित सभी लोगों को आगे बढ़ने का भरपूर अवसर मिलने लगा है। इस दौरान लेखक द्वय ने कहा कि आज छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान के साथ स्वालंबन का छत्तीसगढ़ मॉडल देश और दुनिया में चर्चा का केन्द्र बना हुआ है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने जनहित में क्रांतिकारी कदम उठाते हुए महात्मा गांधी की अवधारणा ग्राम और ग्रामीण केन्द्रित अर्थव्यवस्था को मूर्त रूप देने जो कदम उठाए वह साकार होने लगा है। इस कड़ी में सुराजी गांव भी आकार ले रहा है और गांव-गांव में स्थापित गौठान, ग्रामीण अर्थव्यवस्था के जीवंत केन्द्र के रूप में उभर रहा है। इस तरह गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का सपना साकार होने लगा है। इस अवसर पर राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री रामगोपाल अग्रवाल और डॉ. राकेश गुप्ता तथा सर्वश्री गजराज पगारिया, सुपारस गोलछा, सुरेश भंसाली, हरख मालू, राजीव गुप्ता, हिरेन्द्र डागा, हरीश डागा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।