खंडवा [ TNN ] फेसबुक और वॉट्सएप जैसी कईं सोशल साइट्स को आतंकियों ने नए हथियार की तरह उपयोग करना शुरू कर दिया है। सोशल साईड को हैक कर आपत्तिजनक पोस्ट डाले जा रहे है, जो साम्प्रदायिक सदभाव बिगाड़ रहे है , खंडवा की घटना इस बात का जीवंत उदाहरण है , जहाँ एक जनप्रतिनिधि की सोशल साईड को हैक करके उस पर आपत्तिजनक पोस्ट किया गया था , जिससे शहर के हालात इतने बिगड़े की कर्फ्यू लगाना पड़ा।
मध्यप्रदेश में इन दिनों सोशल साइट्स के माध्यम से सामाजिक ताने-बाने को ध्वस्त कर रहे है। प्रदेश के कई जिलो में इस तरह की घटना हो चुकी है। खंडवा शहर में एक धार्मिक स्थल का आपत्तिजनक पोस्ट अपलोड करने के बाद तनाव फैला और एक युवक की हत्या कर दी गई। इसे बाद बिगड़े हालात को काबू करने के लिए पूरे शहर में कफ्र्यू लगाना पड़ा। मनोज शर्मा एसपी खंडवा ने बताया की पुलिस जाँच में यह बात सामने आई की जनप्रतिनिधि की सोशल साईड को हैक करके उस पर आपत्तिजनक पोस्ट किया गया था , हैकर तक पहुँचने के लिए सोशल साईड के हेड आफिस केलोफोर्निया और सिंगापुर से मदद ली जा रही है।
संचार तकनीक को आतंकियों ने अपना हथियार बनाते हुए , उन्माद फैलाना शुरू कर दिया है , असामाजिक तत्वों ने अब इंटरनेट यूजर्स को अपना हथियार बनाना शुरू कर दिया । आये दिन फेसबुक, वॉट्सएप जैसी सोशल साइडो के जरिये कोई ना कोई बवाल खड़ा हो रहा है।आमतौर पर सोशल साईड के दुरूपयोग पर आईटीएक्ट के तहत कार्यवाही की जाती है , लेकिन सोशल साईड पर किसी तरह का प्रतिबन्ध नहीं होने पर , उस पर किये जा रहे मनमाने पोस्ट साम्प्रदायिक सदभाव बिगाड़ रहे है , खंडवा की घटना इस बात का जीवंत उदाहरण है , यही वजह है की खंडवा जिला प्रशासन अब सोशल साईड को भी प्रतिबन्धात्मक धारा 144 के दायरे में लाने के लिए विचार कर रहा है। जो भी व्यक्ति इस तरह की पोस्ट डालेगा , या उसका प्रचार -प्रसार करेगा , उसके खिलाफ धारा 144 के तहत कार्यवाही की जायेगी।
असामाजिक तत्वों द्वारा इंटरनेट यूजर्स को माध्यम बनाकर ,उनके फेसबुक एकाउंट को हैक करके , उसका गलत इस्तेमाल किया जा रहा है।खंडवा के नागरिक इस हकीकत से रूबरू हो चुके है , यही वजह है , खंडवा शहर में तेजी से हालत सामान्य होने लगे , जिला प्रशासन ने खंडवा में जारी कर्फ्यू गुरूवार सुबह से हटाने की घोषणा कर दी है , लेकिन पूरी तरह हालात सामान्य होने तक धारा 144 प्रभावशील रहेगी।
फेसबुक और वॉट्सएप जैसी कईं सोशल साइट्स यूजर्स को भी सावधान रहने की जरूरत है , उन्हें अपने सोशल एकाउंट चैक करते रहना चाहिए , कही ऐसा ना हो की उनका एकाउंट हैक होकर आतंकियों का हथियार बन जाए।
रिपोर्ट :- अनंत माहेश्वरी