नई दिल्ली : चीन में आए भूस्खलन की वजह से नीचे की तरफ ब्रह्मपुत्र नदी के पानी का प्रवाह प्रभावित हो गया है जिसके कारण अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। चीन में यारलुंग सांगपो पर कृत्रिम झील के गठन के बाद अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी सियांग जिले के अधिकारियों ने एक चेतावनी जारी कर लोगों सतर्क रहने के लिए कहा है। बता दें कि जब तिब्बत से यार्लंग नदी (सियांग) अरुणाचल में प्रवेश करती है तो इसका नाम ब्रह्मपुत्र नहीं हो जाता है।
ऊपरी सियांग जिले के डिप्टी कमिश्नर दुली कामडुक ने कहा कि हमें तिब्बत में भूस्खलन के बारे में केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) से एक रिपोर्ट मिली है। अरुणाचल प्रदेश में ट्यूटिंग में सियांग नदी में पानी का स्तर लगभग 2 मीटर नीचे चला गया है। जिसके अधिकारियों का कहना है कि जब चीन नदी के ब्लाकेज को साफ करेगा को बहुत ज्यादा पानी नदीं आएगा। जिसकी वजह से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। माना जा रहा है की नदी में अप्रत्याशित जल वृद्धि देखने को मिल सकती है।
ईस्ट सियांग जिले के अधिकारियों ने लोगों को नदी में वेंचर करने जाने से मना किया है। इसके साथ-साथ नदी के दोनों तरफ के इलाकों जैसे की जर्कू, पागल, एसएस मिशन, जर्कोंग, बंस्कोटा, बरंग, जंपानी, सिगार, रॉलिंग, बोर्गुली, सेराम, कोंगकुल, नम्सिंग, मेर, गडम इत्यादि जगहों पर रह रहे लोगों के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं चीन ने कहा है कि तिब्बत में भूस्खलन से क्षेत्र की एक अहम नदी का मार्ग अवरुद्ध होने से कम से कम 6,000 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।
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