कमलनाथ सरकार में सिंधिया के समर्थक सिर्फ 6 विधायक मंत्री बने थे। लेकिन इस बार शिवराज मंत्रिमंडल में ज्योदिरादित्य सिंधिया का दबदबा कायम रहा। पहले शिवराज ने पांच मंत्री बनाए थे, उसमें भी दो सिंधिया की पसंद थे। अब उसमें एक दर्जन और जुड़ गए।
मध्य प्रदेश में सरकार बनने के 100 दिन बाद शिवराज सिंह चौहान ने अपनी कैबिनेट का विस्तार किया। मंत्रिमंडल में ज्योतिरादित्य सिंधिया की छाप जमकर दिखी और शिवराज के करीबी कई पुराने मंत्रियों के पत्ते कट गए।
भोपाल में मंत्रियों के शपथ के बाद सिंधिया ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को ये कहकर ललकारा कि “टाइगर अभी ज़िन्दा है”।
जिसके जवाब में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि जब शिकार प्रतिबंधित नहीं था, तब मैं और श्रीमंत माधवराव सिंधिया जी शेर का शिकार किया करते थे। इंदिरा जी के वाइल्डलाइफ़ कंज़र्वेशन एक्ट लाने के बाद से मैं अब सिर्फ शेर को कैमरे में उतारता हूं।
दरअसल, बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, ‘न मुझे कमलनाथ से प्रमाणपत्र चाहिए और न दिग्विजय सिंह से। प्रदेश के सामने तथ्य है कि 15 महीनों में इन्होंने किस तरह प्रदेश का भंडार लूटा है, और खुद ले लिया। वादा खिलाफी का इतिहास देखा है। मैं दोनों से यही कहना चाहता हूं कि टाइगर अभी जिन्दा है।’
शिवराज मंत्रिमंडल में अपने करीबी एक दर्जन पूर्व विधायकों को शामिल कराने के बाद सिंधिया, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस के दिग्गज नेता और भूतपूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को चुनौती देते नजर आए।
कमलनाथ सरकार में सिंधिया के समर्थक सिर्फ 6 विधायक मंत्री बने थे। लेकिन इस बार शिवराज मंत्रिमंडल में ज्योदिरादित्य सिंधिया का दबदबा कायम रहा। पहले शिवराज ने पांच मंत्री बनाए थे, उसमें भी दो सिंधिया की पसंद थे। अब उसमें एक दर्जन और जुड़ गए।