नई दिल्ली- ऊना में दलितों की पिटाई और राजस्थान की गौशाला में सैकड़ों गायों की मौत के बाद शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टाउनटॉल मीटिंग में ‘गाय के नाम पर हो सियासत’ पर चुप्पी तोड़ी। प्रधानमंत्री ने कहा कि कथित गौ रक्षकों की हरकतों से मुझे बहुत गुस्सा आता है। ये रात में अपराधी होते हैं और दिन में गौ रक्षक बन जाते हैं। कथित गौ रक्षकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चेतावनी के बाद हिंदू महासभा ‘प्रधानसेवक’ के खिलाफ खड़ी हो गई है।
अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय महासचिव मुन्ना कुमार शर्मा ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर गौ रक्षा में कुछ घटनाएं हो जाती हैं तो मारपीट करने वालों को जेल भी भेजा जाता है, लेकिन 70-80 फीसदी लोगों को अपराधी कहना गलत हैं।
शर्मा ने कहा, ‘2014 के चुनाव में मोदी ने गौ हत्या पर रोक लगाने का वादा किया था, लेकिन गौ हत्या बढ़ गई है। अगर एक भी गौ रक्षक गिरफ्तार हुआ तो हम इसका कड़ा विरोध करेंगे। मोदी संसद में ध्यान भटकाने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं। ‘
टाउनहॉल मीटिंग में PM मोदी ने गौ रक्षकों को बताया था अपराधी
पहली बार टाउनहॉल शैली में शनिवार को जनता से रूबरू हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरक्षा के नाम पर गोरखधंधा करने वालों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पड़ताल की जाए तो इनमें से 80 प्रतिशत लोग ऐसे निकलेंगे, जो गोरक्षा की दुकान खोलकर बैठ गए हैं। ऐसे लोगों पर मुझे बहुत गुस्सा आता है। राज्य सरकारों से उन्होंने ऐसे लोगों का डोजियर तैयार कर उनके खिलाफ कार्रवाई की अपील की।
उन्होंने कहा, ‘ऐसे लोग दिन में गोरक्षा का चोला पहनकर घूमते हैं और रात में असामाजिक गतिविधियों में लिप्त रहते हैं। अधिकतर गायें कत्ल नहीं की जातीं, बल्कि प्लास्टिक खाने से मरती हैं। यदि आप सच्चे गोरक्षक हैं तो प्लास्टिक फेंकना और इसका इस्तेमाल बंद कराने का प्रयास करें।’
जयपुर में बनी हिंगोनिया गौशाला में पिछले दिनों 500 से ज्यादा गायें मर चुकी हैं। जो जिंदा हैं, वो भी बहुत खराब हालत में है. उन्हें ना तो समय पर चारा मिल रहा है. ना ही उनकी कोई देखभाल हो रही है। गाय के नाम पर हो रही सियासत के बाद राजस्थान सरकार सक्रिय हुई है। राज्य के मंत्री शनिवार को गौशाला पहुंचे और गायों की सेवा कर रहे हैं और उनके लिए चारे पानी का इंतजाम किया गया है।
मोदी ने पुराने समय के राजा और बादशाह के बीच की लड़ाई की कहानी का जिक्र करते हुए कहा कि पहले जब बादशाहों से राजाओं की लड़ाई होती थी तो बादशाह अपनी सेना के आगे गायों को रख देते थे। इस वजह से हिंदू राजा हथियार का इस्तेमाल नहीं करते थे और युद्ध में हार जाते थे। उन्होंने देश के मौजूदा हालात सहित आर्थिक, क़ृषि, सुशासन, विकास और स्वास्थ्य जैसे तमाम मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने दृढ़ विश्वास जताया कि यदि हम 30 वर्षों तक 8 प्रतिशत से ऊपर आर्थिक दर पर टिके रहें तो निश्चित तौर पर विकसित देशों में शुमार हो जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हर बात पर प्रधानमंत्री से जवाब मांगने की आदत-सी पड़ गई है। राज्य भी गलती करे तो प्रधानमंत्री से जवाब मांगा जाता है। मैं इन सब चीजों से नहीं घबराता हूं। देश की सवा सौ करोड़ की आबादी की सेवा के लिए कभी थकता भी नहीं हूं। जहां तक आलोचना की बात है तो बचपन से आलोचना सुनकर ही बड़ा हुआ हूं। लेकिन मुझे लगता है कि अपनी पूरी शक्ति और समय देश के लिए ही खपा दूं।