नई दिल्ली : भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर कॉरिडोर सहमति पत्र पर आज हस्ताक्षर की प्रक्रिया जीरो पॉइंट पर पूरी कर ली गई। भारत और पाकिस्तान दोनों की ओर से वरिष्ठ अधिकारियों ने इस पर हस्ताक्षर किए। भारत की ओर से गृह मंत्रालय के अधिकारी एससीएल दास और पाकिस्तान की ओर से विदेश मंत्रालय के अधिकारी मोहम्मद फैसल ने आधिकारिक पत्र पर हस्ताक्षर किया।
India and Pakistan sign an agreement to operationalise the Kartarpur corridor. pic.twitter.com/QHRE1RYwru
— ANI (@ANI) October 24, 2019
बता दें कि भारत करतारपुर साहिब कॉरिडोर पर साइन करने के लिए पिछले दिनों ही औपचारिक सहमति बन गई थी। पहले दोनों देशों के बीच यह हस्ताक्षर 23 अक्टूबर को साइन किया जाना तय था, लेकिन आखिरी वक्त में इसे एक दिन और आगे किया गया। आज आखिरकार इंतजार के बाद दोनों देशों के बीच यह समझौता किया ही गया।
भारत के विरोध के बावजूद पाकिस्तान यात्रियों से 20 डॉलर की फीस लेने पर अड़ा है। भारत ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत के विरोध के बाजूद पाकिस्तान ने तीर्थ यात्रियों से चार्ज वसूलने के फैसले को नहीं बदला है। भारत ने पाकिस्तान से यात्रियों से चार्ज वसूलने के फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा था, लेकिन पाकिस्तान इस पर राजी नहीं हुआ।
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने 9 नवंबर से करतारपुर गलियारे को खोले जाने का ऐलान किया है। यह कॉरिडोर करतारपुर के दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक धर्मस्थल से जोड़ेगा जिससे उससे भारतीय श्रद्धालु वीजा मुक्त आवाजाही कर पाएंगे। श्रद्धालुओं को करतारपुर साहिब जाने के लिए बस एक परमिट लेना होगा।