नई दिल्ली- अगर इस साल के अंत में प्रस्तावित भारत-पाकिस्तान क्रिकेट सीरीज हुई तो उसका पहला टेस्ट कोलकाता में खेला जा सकता है। बीसीसीआई चीफ जगमोहन डालमिया चाहते हैं कि यह सीरीज भारत में हो और उसका पहला टेस्ट कोलकाता में आयोजित हो।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने रविवार को कहा था कि उसे उम्मीद है कि दिसंबर में भारत के साथ क्रिकेट सीरीज होगी और इस प्रस्तावित सीरीज को यूएई में कराए जाने की योजना है। हालांकि भारत ने अभी तक अपने पड़ोसी देश के साथ द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज को बहाल करने के बारे में कोई फैसला नहीं किया है।
2008 में पाकिस्तानी आंतकियों द्वारा मुंबई पर हमला करके 166 लोगों को मारने के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ द्वपक्षीय क्रिकेट संबंधों को रद्द कर दिया था। हालांकि भारत ने 2012-13 में एक सीमित सीरीज के लि पाकिस्तान की मेजबानी की थी।
पीसीबी चेयरमैन शहरयार खान ने डालमिया से रविवार को कोलकाता में मुलाकात के बाद कहा था कि अगर सरकारी अनुमति की आवश्यकता है तो ठीक है लेकिन हमें बहुत ही स्पष्ट निर्णय लेना चाहिए…दुनिया भारत-पाकिस्तान को साथ में खेलते हुए देखना चाहती है।
सूत्रों के मुताबिक बाद में शहरयार ने अरुण जेटली से भी मुलाकात की थी। अरुण जेटली ने दोनों क्रिकेट बोर्डों को पहले प्रसारणकर्ताओं के लिए मुआवजे पर चर्चा करने को कहा था, साथ ही सुरक्षा की चिंताओं जैसे अन्य मुद्दों पर भी जोर दिया था।
भारत में एक तबका पाकिस्तान के साथ क्रिकेट संबंधों को बहाल किए जाने का विरोध कर रहा है। सोमवार को बीजेपी सांसद आरके सिंह ने संसद में पाकिस्तान के साथ प्रस्तावित सीरीज का यह कहते हुए विरोध किया था कि जो देश आंतकियों को शरण दे रहा है और जिसने हमारे ऊपर हमले किए हैं और जो हर दिन नियंत्रण रेखा पर आंतकी भेजता रहता है, उस देश के साथ क्रिकेट खेलने का क्या मतलब है।
हालांकि बीसीसीआई ने कहा है कि वह पाकिस्तान के साथ क्रिकेट संबंधों को बहाल करने की दिशा में काम कर रहा है। बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा कि दोनों देशों के क्रिकेट बोर्ड नियमित तौर पर संपर्क में रहेंगे और स्थिति की समीक्षा करेंगे।
2009 में श्रीलंका क्रिकेट टीम पर हुए आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान ने किसी भी देश की मेजबानी नहीं की है। जिसके कारण पाकिस्तान को तब से अपने घरेलू मैचों को यूएई में खेलना पड़ा है। एजेंसी