कानपुर- नोटबंदी को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री के नोटबंदी के फैसले को लेकर उनकी आलोचना की। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का नेतृत्व कर रहे प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने कहा कि नोटबंदी के बाद 70 आम आदमी पैसों की परेशानी से मरे हैं, क्या वह सब कालाधन रखने वाले थे।
राजबब्बर मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल भी गये और वहां इंदौर-पटना एक्सप्रेस ट्रेन हादसे में घायल यात्रियों का हालचाल पूछा और उन्हें सांत्वना भी दी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का यह जुलूस पार्टी कार्यालय तिलक हाल से माल रोड स्थित रिजर्व बैंक कार्यालय तक गया। जुलूस की वजह से व्यस्त माल रोड पर भयंकर जाम लग गया और राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय के सामने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के हिटलर शाही भरे फैसले से जनता सड़कों पर बैंक के सामने लाइन लगाये हैं। पैसे के चक्कर में कोई बिना इलाज मर रहा है। किसी बहन की शादी नहीं हो पा रही है। कोई बेटी के हाथ पीले न कर पाने के कारण आत्महत्या कर रहा है। इस दौरान जो करीब 70 मौतें हुई है, क्या वह सब काला धन रखने वाले थे।
उन्होंने कहा कि मोदी को ‘मोदी जी’ कहने में शर्म आती है लेकिन क्या करें वह प्रधानमंत्री जैसे सम्मानित पद पर बैठे है। इसलिए उनके पद की गरिमा को ध्यान में रखते हुये उनके नाम के आगे जी लगाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जनता के चेहरों से मुस्कुराहट और खुशी छीनना जानती है, जबकि कांग्रेस जनता के चेहरे पर मुस्कुराहट और खुशी वापस लाना चाहती है। बस यही फर्क है दोनों में। आज कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर वह आम जनता के हितों के लिए सड़क पर है क्योंकि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी का स्पष्ट संदेश है कि आम जनता के दुख दर्द में शामिल हो।
राजबब्बर के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पहले हैलट अस्पताल और बाद में रिजर्व बैंक के सामने जबरदस्त धक्का मुक्की की।