ये समय जब आपकी जिंदगी में आप पहली बार एक ऐसे अहसास से गुज़रने वाली हैं जिसके बारे में आपने बहुत कुछ सुना, पढ़ा है बहुत सारे इमोशंस आपके अंदर चल रहे होंगे- नर्वस, Excitement, थोड़ा डर, Anxiety आदि, इनके साथ कई सवाल भी होंगे जैसे- क्या ये अच्छा होगा? क्या बहुत दर्द होगा? लगभग 70% लोगों के लिए पहला सेक्स बुरी याद होता है क्योंकि या तो वो एक दूसरे के साथ अच्छे से बात नहीं करते हैं या फोरप्ले को समय नहीं देते हैं. जिससे सेक्सुअल Arousal नहीं होता है और वजिना ड्राई रहता है, लड़कियाँ रिलैक्स नहीं होती हैं जिससे इंटरकोर्स के दौरान दिक्कत आती है और दर्द होता है जिससे दोनों लोग सेटिस्फाई (संतुष्ट) नहीं होते हैं।
आपका पहला एक्सपीरियंस यादगार हो, इसलिए हम लाए हैं ये गाइड जो आपके सारे डाउट्स और सवालों के जवाब देगी ताकि आप अपने पहले सेक्स को सेफ्ली एन्जॉय करें.
क्या आप Sure हैं??
सबसे पहले आप खुद एकदम sure हो कि आप सेक्स के लिए तैयार हैं। किसी (अपने पार्टनर या दोस्तों) के कहने में आकर ऐसा ना करें। अपनी feelings और मर्ज़ी से तय करें कि आप इसके लिए तैयार है या नहीं।
भरोसेमंद पार्टनर का साथ
चाहे वन नाईट स्टैंड हो, live-in, अफेयर या शादी के बाद, पहला सेक्स आपको हमेशा याद रहेगा इसलिए ऐसे पार्टनर के साथ इन्वॉल्व हों जिस पर आप भरोसा करती हों. प्यार करती हो और वो आपके लिए बहुत ख़ास हो। ज़ाहिर है आप इतना स्पेशल एक्सपीरियंस किसी भी ‘non-deserving’ इंसान के साथ शेयर नहीं करना चाहेंगी
प्रोटेक्शन का Use करें
सेक्स का गोल्डन रूल है “हमेशा प्रोटेक्शन इस्तेमाल करें”। Condom का यूज़ आपको अनचाही प्रेगनेंसी से बचाने के साथ ही STD (सेक्सुअली ट्रांसमिटेड disease) से भी बचाएगा। कई बार गलत तरीके से यूज़ करने की वजह से कंडोम फट जाते हैं जो अच्छा नहीं है इसलिए इन्हें यूज़ करने से पहले इंस्ट्रक्शंस सही से पढ़ें।
फ़िल्मी सेक्स से तुलना ना करें
जैसा फिल्मों में दिखाते हैं कि पहली बार में ही सेक्स एकदम परफेक्ट होता है, अगर आप ऐसा सोचेंगी या चाहेंगी तो आप एकदम गलत हैं। ऐसा सिर्फ फिल्मों में होता हैं असल ज़िन्दगी में नहीं। दो लोग जब ये पहली बार करेंगे तो ज़ाहिर है कि वो अपना समय लेंगे एक दूसरे को समझने में और ये जानने में की उन्हें क्या पसंद हैं और वो क्या Enjoy करते हैं। पहली बार सेक्स messy और थोड़ा confusing हो सकता है इसलिए दिल छोटा ना करें या दुःखी ना हों क्योंकि सेक्स वाइन की तरह है- टाइम के साथ ये बेहतर होता जाता है, वो कहते है ना “प्रैक्टिस इंसान को परफेक्ट बनाती है”