पठानकोट : पंजाब पुलिस ने शाहपुर चौक में निजी कार में बोरियों में भरकर नकदी ले जा रहे तीन लोगों को पकड़ा है। पकड़े गये लोगों में एक बैंक मैनेजर, ड्राइवर और सुरक्षा गार्ड शामिल हैं। मामला शाम साढ़े छह बजे के करीब का है। पकड़ी गयी नकदी में कोई भी बड़ा नोट नहीं है। नकदी में न तो नई करंसी का पांच सौ या 2 हजार का नोट है और न ही पुरानी बंद की गई करंसी का कोई बड़ा नोट। नकदी में सिर्फ दस, पचास और सौ के छोटे नोट ही हैं। फिलहाल पुलिस ने कैश और कार को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार आयकर विभाग को सूचित करके मामले की पूरी जांच की जाएगी।
दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी कि शाहपुर चौक में एक वर्कशॉप में रिपेयर की जा रही कार में कैश पड़ा हुआ है। जिसके बाद थाना डिवीजन नं 1 की पुलिस प्रभारी हरकृष्ण सिंह की अगुवाई में मौके पर पहुंची और कैश बरामद किया। पुलिस ने पीबी-06-9096 नंबर की इंडिगो कार को भी कब्जे में ले लिया है। वहीं कार ले जा रहे बैंक मैनेजर जतिंदर सिंह ने पुलिस को एक दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि यह कैश गुरदासपुर कोअॅपरेटिव बैंक का है। बैंक मैनेजर के अनुसार 1 करोड़ की इस नकदी को वह अपने बैंक के गुरदासपुर स्थित हेडऑफिस से पठानकोट शाखा में ट्रांसफर कर रहे हैं लेकिन पुलिस ने बैंक मैनेजर की बात को मानने से इंकार करते हुए कैश जब्त कर लिया।
मैनेजर के साथ कार ड्राईवर और सुरक्षा गार्ड भी था। थाना डिवीजन नं 1 में पहुंचे डीएसपी (डी) कंवरपाल सिंह ने कहा कि आयकर विभाग को सूचित कर दिया गया है। बैंक मैनेजर ने बताया कि नकदी की कुल रकम एक करोड़ है और इसे वह बैंक हेडऑफिस से शाखा में शिफ्ट कर रहे हैं। लेकिन इस बीच सवाल यह उठता है कि यदि नकदी बैंक की है तो उसे निजी कार में क्यों ले जाया जा रहा है और कैश को बैंक की टाईमिंग के बाद ट्रांसफर क्यों किया जा रहा है। पुलिस ने बैंक मैनेजर की बात को मानने से इंकार करते हुए कैश जब्त कर लिया। मैनेजर के साथ कार ड्राईवर और सुरक्षा गार्ड भी था।
थाना डिवीजन नं 1 में पहुंचे डीएसपी (डी) कंवरपाल सिंह ने कहा कि कैश बरामद करते हुए कार को कब्जे में ले लिया है। उन्होनें कहा कि मामले के संदर्भ में आयकर विभाग को सूचित कर दिया गया है। आयकर विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर मामले की जांच की जाएगी और जांच के बाद जो भी सामने आएगा उसी प्रकार कारवाई की जाएगी। रिपोर्ट @ कँवल रंधावा