नई दिल्ली : दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए के विरोध में चल रहे धरने के विरोध में प्रदर्शन हो रहा है। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि शाहीनबाग का रास्ता खोला जाए।
बैरिकेड्स के पास सैंकड़ों की तादाद में प्रदर्शनकारी खड़े हैं जिन्हें पुलिस ने रोक रखा है। मौके पर डीसीपी चिन्मय बिस्वास मौजूद हैं।
वहीं दूसरी तरफ वो लोग भी अब एकत्रित हो गये हैं जो सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे भारी भीड़ हो गई है और आम लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बताया जा रहा है कि शाहीन बाग में जारी धरने के खिलाफ शुरू हुए विरोध प्रदर्शन में हिंदू सेना समेत अन्य संगठनों के लोग भी शामिल हैं।
बता दें 29 जनवरी को हिन्दू सेना ने ऐलान कर दिया था कि वो लोग मिलकर 2 फरवरी को शाहीन बाग को खाली करवाएंगे।
हिन्दू सेना ने एक प्रेस रिलीज जारी कर शाहीन बाग को विरोधियों का अड्डा बताया साथ ही उन्होंने कहा कि वहां मौजूद लोग पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं।
हिन्दू सेना की तरफ से जारी की गई प्रेस रिलीज में लिखा था, ‘सीएए के बहाने शाहीन बाग रोड जाम कर लाखों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, शाहीन बाग देश विरोधियों का अड्डा बन चुका है। ये धरना पीएफआई के ऑफिस के नीचे चल रहा है और पीएफआई का नाम देश में हिंसा फैलाने में भी सामने आया है। यह संगठन आतंकी संगठन सिमी का दूसरा रूप है।’
इसके अलावा जारी की गई प्रेस रिलीज में लिखा था कि शाहीन बाग में शामिल होने वाले लोग पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। भारत को तोड़ने की बात करते हैं और हिंदुओं के खिलाफ जहरीले भाषण दिए जा रहे हैं।
हिंदू सेना सभी राष्ट्रवादी संगठनों व आसपास के गांववासियों से अपील करती है कि सभी 2 फरवरी 2020 को 11 बजे शाहीन बाग रेड लाइट सरिता विहार पहुंच कर जिहादियों से रोड खाली कराएं।’
बता दें कि शाहीन बाग में महिलाएं और बच्चे पिछले 50 दिन से ज्यादा समय से धरने पर बैठे हैं। वो चौबीसों घंटे यहां धरने पर बैठे रहते हैं। उनकी मांग है कि केंद्र सरकार सीएए को वापस ले।
दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस लगातार प्रदर्शनकारियों से आम जनता की परेशानियों को समझते हुए धरना खत्म कर लेने की मांग कर रही है।