उज्जैन- मध्य प्रदेश के उज्जैन सिंहस्थ मेले में भारी बारिश के साथ आई आंधी और बिजली गिरने से 7 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई है, जबकि 90 अन्य घायल हो गए हैं। उज्जैन के कलेक्टर कवींद्र कियावत ने इस बात की पुष्टि की है। तूफान के कारण कई तंबू उखड़ गए हैं। आयोजन स्थल पर जगह-जगह कीचड़ भर गया है। सिंहस्थ मेला प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
खबर अनुसार मरने वालों में एक महिला है जिसकी मौत बिजली गिरने से हुई है ! वहीँ अन्य लोगों की पंडाल में दबने से मौत की खबर है !
गिरे हुए पंडालों में घायलों की तलाश लगातार की जा रही है ! घायलों में से भी कुछ की हालत गंभीर बनाई जा रही है ! सिंहस्थ में हुई इस घटना के बाद बड़ी संख्या में घबराए श्रद्धालुओं के वापस अपने घर लौटने की जानकारी भी सामने आ रही है !
सिंहस्थ में पंडाल गिरने से हुई मौतों के मामले में प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह का कहना है कि इस घटना में सिर्फ एक महिला की मौत हुई है ! मंत्री ने बताया कि बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला की मौत हुई है !
यहां आए विदेशी पर्यटकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह एवं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सिंहस्थ कुंभ के दौरान 11 मई को पवित्र क्षिप्रा नदी में दलितों और आदिवासियों के साथ ‘समरसता स्नान’ करने वाले हैं।
सिंहस्थ कुंभ की शुरुआत में 22 अप्रैल को हुए पहले शाही स्नान में हुई अव्यवस्थाओं पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने नाराजगी जताई थी।
करीब साढ़े चार बजे बादल घिरने के साथ जोरदार बारिश से सिंहस्थ के प्रबंध देखने वालों को सकते में डाल दिया है। बारिश के बाद खासा गंदा पानी शिप्रा नदी में मिल गया। इसे देखते हुए 6 मई को अमावस्या के अवसर पर होने वाले पर्व स्नान को लेकर मुश्किलें बढ़ गई हैं।
पांच बजे बाद हवा-आंधी के साथ उज्जैन में झमाझम बारिश हुई। गरज के साथ बादल बरसे। तेज हवा से सिंहस्थ मेला क्षेत्र में कई तम्बू हवा में उखड़ गए। इस्कान का पंडाल भी धराशाई हो गया। इसी बीच रामघाट पर ड्रेनेज की लाइन फूटने से शहर का गंदा पानी शिप्रा में मिलने लगा।
इस समय कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं था। पर्व स्नान के एक दिन पहले ही शिप्रा में इस तरह गंदा पानी मिल जाने से लोगों के सामने स्नान करना कठिन हो गया है। बारिश के कारण पुलिस कैंप में भी हालात बिगड़े हैं। कहीं टेंट उड़ गए तो कहीं अंदर रिसाव हो रहा है।
इस हादसे के बाद प्रशासन के सामने श्रद्धालुओं के रात गुजारने के इंतजाम को लेकर काफी मुसीबत हो गई है, खबर अनुसार आसपास के इलाकों की स्कूलों या अन्य स्थानों पर श्रद्धालुओं के रुकने का इंतेज़ाम किये जाने की खबर है !